खेती-किसानी के कार्यों में कई तरह के जोखिम होते हैं, जिसके चलते कई बार किसान दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। ऐसे में यदि किसान की मृत्यु हो जाती है तो उनके परिवार को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएँ चलाई जा रही हैं। इस कड़ी में किसानों के बीच सबसे अधिक लोकप्रिय योजना किसान क्रेडिट कार्ड योजना है। इस योजना में किसान सस्ते ऋण के साथ दुर्घटना बीमा योजना का लाभ भी ले सकते हैं।
योजना के तहत राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 28 सितंबर के दिन मुख्यमंत्री निवास पर किसान क्रेडिट कार्ड दुर्घटना बीमाधारकों के परिजनों को बीमा राशि के चैक सौंपे। राजस्थान को-ऑपरेटिव बैंक द्वारा जारी किसान क्रेडिट कार्ड पर दुर्घटना बीमा के 11 लाभार्थियों को 10-10 लाख रुपए के चैक दिए गए।
किसान क्रेडिट कार्ड के तहत होता है दुर्घटना बीमा
किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड पर फसल बीमा के साथ ही दुर्घटना बीमा भी मिलता है, हालाँकि फसल बीमा को अब स्वैच्छिक कर दिया गया है। किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड पर स्थायी विकलांगता या फिर मृत्यु पर 50,000 रुपये तक का बीमा कवर दिया जाता है। वहीं विकलांगता की स्थिति में किसानों का 25,000 रुपए का बीमा होता है। वही राजस्थान कोऑपरेटिव बैंक द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड पर 1 लाख रुपए तक का दुर्घटना बीमा किया जाता है।
बता दें कि वर्ष 2016 के अपने आदेश में रिजर्व बैंक आफ इंडिया ने सभी बैंकों को किसान क्रेडिट कार्ड धारक को अपने किसान क्रेडिट कार्ड खाते से बीमा करवाने की सुविधा भी दी है जिसमें किसान किसी भी प्रकार के आस्ति बीमा, दुर्घटना बीमा (पेस सहित), और स्वास्थ्य बीमा (जिन मामलों में उत्पाद उपलब्ध है) करा सकते हैं। साथ ही बैंक को आरबीआई ने यह भी निर्देश दिए हैं कि किसानों को उपलब्ध सभी बीमा कवर की जानकारी भी दी जानी चाहिए।
पशुओं का भी किया जा रहा है बीमा
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि अचानक आई विपदा में बीमा सुरक्षा कवच का कार्य करता है। राज्य सरकार ने भी पशु पालकों के प्रति संवेदनशीलता का परिचय देते हुए लम्पी रोग से मृत गायों पर प्रति गाय 40-40 हजार रुपए का मुआवजा दिया। साथ ही, मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना में दो दुधारू पशुओं का 40-40 हजार रुपए का बीमा कर सुरक्षा दी गई है।
कार्यक्रम के दौरान यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कम्पनी के उप महाप्रबंधक श्री रघुनाथ मीना, क्षेत्रीय प्रबंधक श्रीमती गीता राय, श्री आलोक जैन एवं श्री जितेन्द्र सबलानीय सहित अन्य कर्मचारी एवं दुर्घटना बीमा धारकों के परिजन उपस्थित थे।