देश में पशुपालकों को इलाज की अच्छी सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सरकार द्वारा इस क्षेत्र में लगातार नए काम किए जा रहे हैं। इस कड़ी में झारखंड के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल ने पशुपालन भवन में आदर्श हॉस्पिटल एवं वीडियो कॉल बेस्ड टेलीमेडिसीन सेंटर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य में वेटरिनरी यूनिवर्सिटी की स्थापना हेतु पहल की जा रही है, हम लोगों ने बजट उपबंध भी कर लिया है।
इस अवसर पर पशुपालन मंत्री ने पशु चिकित्सकों और पशु पालक व पशु सखियों को संबोधित करते हुए कहा कि केरल के दौरे के बाद हमें ये महसूस हुआ कि कृषि पशुपालन के क्षेत्र में हम काफी पीछे हैं। सवाल तो यह भी है कि आखिर कब तक हम केरल का उदाहरण देते रहेंगे। हमें भी अपने राज्य में समृद्ध किसानों, समृद्ध पशुपालकों की परिकल्पना को साकार करने के काम तो करना ही होगा।
जल्द शुरू की जाएगी पशु एंबुलेंस की सुविधा
पशुपालन मंत्री ने कहा कि हमने दशहरे के पहले दुग्ध उत्पादकों को 3 रुपए प्रति किलो की बोनस की राशि उनके खाते में भेजी उसका नतीजा ये हुआ की लोगों में सरकार के प्रति भरोसा और मजबूत हुआ है। जल्द ही हम 236 पशु एंबुलेंस की शुरुआत करने जा रहे हैं। पहले 23 और 66 नया पशु चिकित्सकों की नियुक्ति की गई हैं और अन्य रिक्तियां भी भरने की प्रक्रिया की जा रही है।
100-100 बार अस्पतालों का किया जाएगा कायाकल्प
पशुपालन विभाग के निदेशक आदित्य रंजन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पशुओं के इलाज के लिए राज्य में पहला 24*7 अस्पताल शुरू हुआ है जिसमें डॉक्टर और पैथोलॉजी के जानकर 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे। विभाग फेज वार राज्य में 100 -100 अस्पताल के कायाकल्प करेगा। हेसाग के आदर्श हॉस्पिटल में सर्जरी एवं पैथोलॉजी की पूरी व्यवस्था की गई है।
उन्होंने दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के संबंध में बताया कि राज्य में पहली बार दो दिवसीय चिकित्सकों के प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है जिसमें अन्य प्रदेशों से विशेषज्ञों द्वारा ट्रेनिंग दी जाएगी। पहले सिर्फ एक दिन की ट्रेनिंग हुआ करती थी और विशेषज्ञ राज्य के ही हुआ करते थे। उन्होंने बताया कि टेलीमेडिसीन सेंटर में दो पशु डॉक्टर 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे।