सरकार ने नैनो तरल यूरिया के बाद अब नैनो यूरिया प्लस को भी मंजूरी दे दी है। नैनो यूरिया प्लस, नैनो यूरिया का एक उन्नत संस्करण है जो पौधे के विकास के विभिन्न चरणों में नाइट्रोजन की बेहतर आपूर्ति और पोषण प्रदान करेगा। भारत सरकार द्वारा नैनो यूरिया प्लस को 3 वर्षों तक के लिए मंजूरी दी है। इस अधिसूचना के बाद किसानों को बाजार में नैनो यूरिया प्लस भी मिलने लगेगा।
देश की प्रमुख उर्वरक निर्माता कंपनी इंडियन फ़ॉर्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड IFFCO द्वारा नैनो यूरिया (तरल) के बाद अब नया प्रोडक्ट नैनो यूरिया प्लस बनाया गया है। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने इफ़को के नैनो यूरिया प्लस (तरल) को अगले तीन साल के लिए अधिसूचित किया है। नैनो यूरिया प्लस इफ़को के नैनो यूरिया का एक उन्नत संस्करण है।
नैनो यूरिया प्लस से उपज में होगी वृद्धि
इफ़को के एमडी एवं सीईओ डॉ. यू.एस. अवस्थी ने एक्स प्लेटफार्म पर जानकारी साझा करते हुए लिखा कि “मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि इफको के नैनो यूरिया प्लस (तरल) 16% एन w/w व जो 20% एन w/v के बराबर है, को भारत सरकार द्वारा 3 वर्ष की अवधि के लिए अधिसूचित किया गया है।”
उन्होंने आगे बताया कि इफको नैनो यूरिया प्लस, नैनो यूरिया का एक उन्नत संस्करण है जो पौधे के विकास के विभिन्न चरणों में नाइट्रोजन की बेहतर आपूर्ति और पोषण प्रदान करता है। मृदा स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण और सतत कृषि को बढ़ावा देने के लिए पारंपरिक यूरिया और अन्य नाइट्रोजन उर्वरकों की जगह इसका प्रयोग किया जा सकता है। यह सूक्ष्म पोषक तत्वों की उपलब्धता और दक्षता को भी बढ़ाता है। यह क्लोरोफिल चार्ज करते हुए उपज वृद्धि और स्मार्ट खेती में मदद करता है।
बता दें कि इफ़को ने अभी नैनो यूरिया प्लस की क़ीमत में कोई वृद्धि नहीं की है। इसकी 500 मिली. की बॉटल 225 रुपये की दर से किसानों को मिलेगी। केंद्र सरकार दानेदार यूरिया की बजाय नैनो तरल यूरिया के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रही है। इसके लिये बीते दिनों रबी सीजन में देश में अनेक स्थानों पर ड्रोन की मदद से फसलों पर नैनो यूरिया का छिड़काव किया गया था।