खेती बाड़ी कृषि कृषि क्लिनिक योजना
किसानों को खेती-किसानी में कई तरह की परेशानियों जैसे मिट्टी की सेहत, कीट-रोग, बीज गुणवत्ता आदि का सामना करना पड़ता है। ऐसे में किसानों को नजदीक ही इनको लेकर उपयुक्त सलाह मिल सके एवं उनकी समस्याओं का समाधान हो सके इसके लिए बिहार सरकार ने कृषि क्लिनिक योजना की शुरुआत की है। इसके साथ ही सरकार रिक्त पड़े पदों पर भर्ती के साथ ही नई भर्ती भी निकाल रही है ताकि राज्य में युवाओं को रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर मिल सकें।
बिहार के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बिहार में विभिन्न पदों पर नियमित नियुक्ति की जा रही है साथ ही बड़े पैमाने पर स्वरोजगार को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। इस कड़ी में बिहार के कृषि मंत्री ने कहा कि बिहार के युवा/युवतियों के स्वरोजगार के लिए राज्य योजना के अंतर्गत खेती बारी कृषि क्लिनिक के लिए कुल 424 लाख रुपये की योजना स्वीकृत की गई है।
202 लोगों का किया जायेगा चयन
बिहार सरकार द्वारा पिछले महीने कृषि क्लिनिक योजना की शुरुआत की गई थी। जिसके तहत सरकार ने राज्य के इच्छुक व्यक्तियों से ऑनलाइन आवेदन माँगे गए थे। इस दौरान आवेदन की अंतिम तिथि यानि की 15 जनवरी तक कुल 646 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इस योजना के अंतर्गत खेती बाड़ी कृषि क्लिनिक की स्थापना के लिए सरकार 02 लाख रुपये का अनुदान देगी।
खेती-बाड़ी कृषि क्लिनिक को संचालित करने के लिए इन आवेदनों में से 202 योग्य आवेदकों का चयन संबंधित जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में गठित कमेटी द्वारा किया जाएगा। इस योजना का कार्यान्वयन राज्य के सभी 101 अनुमंडलों में किया जाएगा। इस योजना अंर्तगत प्रखंड स्तरीय 202 कृषि क्लिनिक की स्थापना की जाएगी।
क्या है कृषि क्लिनिक योजना का उद्देश्य
कृषि मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि किसानों को खेती के दौरान फसलों में लगने वाले रोगों व्याधि की स्थिति में उसके उपचार हेतु कृषि क्लिनिक की स्थापना करने का निर्णय लिया गया है। इससे किसानों को होने वाले फसल नुक़सान में कमी आयेगी। कृषि क्लिनिक योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को फसल उत्पादन से संबंधित सभी सेवाएँ जैसे मिट्टी जाँच की सुविधा, बीज विश्लेषण की सुविधा, फसलों में कीट/ व्याधि प्रबंधन संबंधित सुझाव, पौधा संरक्षण संबंधित छिड़काव – भुरकाव के लिये आवश्यक उपकरणों एवं तकनीकी विस्तार सेवा स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कराया जाना है।
कृषि क्षेत्र में दिया जा रहा है रोजगार
कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर, भागलपुर के अधीन 208 सहायक प्राध्यापक तथा 16 विषय वस्तु विशेषज्ञ की नियुक्ति की गई है। आत्मा योजना के तहत प्रखंड तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधक, लेखपाल ( प्रखंड स्तर पर ), तथा आशुलिपिक-सह लिपिक (जिला स्तर) के नियोजन की प्रक्रिया 23 जिलों में पूर्ण कर ली गई है। अभी तक 183 प्रखंड तकनीकी प्रबंधक, 375 सहायक तकनीकी प्रबंधक, 80 लेखपाल (प्रखंड स्तर पर) तथा 03 आशुलिपिक-सह लिपिक अर्थात् कुल 641 तकनीकी/ ग़ैर तकनीकी मानव बल का नियोजन किया गया है।
उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 से विज्ञप्ति 2014 किसान सलाहकारों की शेष रिक्तियों 1630 के विरुद्ध चयनित अभ्यर्थियों की संख्या कुल 1452 है। जिसमें अभी तक कुल योगदान करने वाले किसान सलाहकारों की संख्या 976 है।
Sr ji khad bij dawai ki dukan ke liye laisensa Lena h.12th
सर इसके लिए आपको प्रशिक्षण लेना होगा। अपने ज़िले के कृषि विभाग कार्यालय में संपर्क करें। https://rajkisan.rajasthan.gov.in/Licence/Dashboard दी गई लिंक पर पंजीकरण भी कर सकते हैं। पर कृषि संबंधित डिप्लोमा या डिग्री होना आवश्यक है।
कृषि क्लिनिक योजना में भाग कैसे ले सकते हैं
सर इस वर्ष के लिए आवेदन हो गये हैं, अब जब अगले वर्ष आवेदन होंगे तब जानकारी दी जायेगी।
M apna from bar sakta hun
सर आवेदन की अंतिम तिथि जा चुकी है अब।
Agriculture interest or knowledge job
जी सर जब जॉब निकलेगी तब जानकारी दी जायेगी।
Naye tarike se krishi karna chahiye jisame
कृषि की नई-नई पद्धति सीखने के लिए अपने ज़िले के कृषि विज्ञान केंद्र में संपर्क करें। वहाँ समय-समय पर वैज्ञानिकों के द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है।