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इस नई तकनीक से 1 लाख से अधिक किसानों को अनुदान पर दिए जाएँगे गुणवत्तापूर्ण बीज

अनुदान पर बीज वितरण

देश में खरीफ सीजन की फसलों की बुआई का समय नजदीक आ गया है, किसानों ने खरीफ फसलों की बुआई के लिए तैयारी भी शुरू कर दी है। ऐसे में अधिक से अधिक किसानों को समय पर खाद एवं बीज उपलब्ध हो सके इसके लिए राज्य सरकारों के द्वारा भी अलग-अलग व्यवस्था की जा रही है। फसलों का उत्पादन एवं उत्पादकता बढ़ाने के लिए राज्य सरकार द्वारा किसानों को अनुदान पर उच्च गुणवत्ता वाले प्रमाणित बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इस वर्ष झारखंड सरकार राज्य के किसानों को अनुदान पर ब्लॉक चेन तकनीक के माध्यम से बीज उपलब्ध करा रही है। 

झारखंड सरकार ने इस वर्ष किसानों को समय से पहले ही बीज वितरण का कार्य शुरू कर दिया था जिसके चलते इस वर्ष बीज की माँग में बढ़ोतरी हुई है। इस वर्ष राज्य में बीज किसानों को ब्लॉकचेन आधारित ट्रेसबिलिटी प्लेटफार्म के जरिए वितरित किए जा रहे हैं। कृषि विभाग के अनुसार इसके चलते इस वर्ष बीज की माँग में पिछले वर्ष की तुलना में 4 गुना की वृद्धि हुई है

इन फसलों के बीज दिए जा रहे हैं अनुदान पर

राज्य सरकार इस वर्ष किसानों को धान, अरहर, रागी, मूँगफली, मक्का, उड़द और मूँग के बीज अनुदान पर दिए जा रहे हैं। किसानों को यह बीज विनिमय एवं वितरण कार्यक्रम योजना अंतर्गत 50 प्रतिशत अनुदान पर 11 मई 2022 से उपलब्ध कराए जा रहे हैं। कृषि निदेशालय के अनुसार इस वर्ष दलहन बीजों में भी अच्छी वृद्धि हुई है। नई सरकारी बीज एजेंसी के मनोनयन से बीज की क़ीमतें पिछले वर्ष की तुलना में 4 से 6 प्रतिशत तक कम हो गई हैं।  सरकार ने वर्तमान वित्तीय वर्ष में बजटीय आवंटन पिछले वर्ष से लगभग दोगुना कर दिया है। इस वर्ष किसानों को समर्थन देने के लिए सरकार ने बीज मद में 40 करोड़ रिपाए का आवंटन किया है। 

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ब्लॉक चेन प्रणाली से किसानों को अन्य योजनाओं का भी दिया जाएगा लाभ

कृषि निदेशालय के द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार खरीफ मौसम में मात्र एक महीने में ही 1,01,065 किसानों को ब्लॉक चेन आधारित बीज ट्रेसबिलिटी प्लेटफार्म पर निबंधित कर लिया गया है। साथ ही 123 FPO को भी पंजीकृत किया गया है अभी पंजीयन प्रक्रिया जारी है। इस प्रणाली से बीज के साथ कृषि निदेशालय की अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ भी पंजीकृत किसानों व एफपीओ को दिया जाएगा। सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने पर किसानों के निबंधित मोबाइल पर एक OTP जाएगा, जिसके माध्यम से वितरण की पुष्टि होगी।

बीज वितरण हेतु कृषि निदेशालय और ज़िला कृषि अधिकारी से आपूर्ति आदेश जारी करने, बीज उत्पादक एजेंसी से गोदाम तक बीज आपूर्ति का पता लगाने के लिए इस प्रणाली का उपयोग हो रहा है। इससे बीज परीक्षण प्रयोगशाला, वितरक, खुदरा विक्रेताओं और अंत में किसानों को समय पर बीज मिलते हैं। इस ट्रैकिंग प्रणाली बीज की ख़रीद, बीज का प्रकार, गोदाम, आपूर्तिकर्ता, बीज की आपूर्ति, स्टॉक, गोदामों का चयन, बीज ले जाने वाले वाहन, वजन, समेत अन्य प्रक्रिया की पारदर्शी जानकारी प्रदान कर रहा है। साथ ही सिस्टम के तहत पैनल में शामिल बीज आपूर्तिकर्ता प्राप्त आपूर्ति आदेश विवरण, वेयरहाउस द्वारा जारी की गई रसीद की स्थिति और क्यूआर कोड सहित विभिन्न विशिष्ट पहचानकर्ताओं द्वारा बीज की आवाजाही को ट्रैक किया जा रहा है।

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