पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय
बीते कुछ वर्षों में पशुपालन क्षेत्र में जोखिम कम करने एवं पशु पालकों की आय में वृद्धि के लिए सरकार ने पशु पालकों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएँ देने, नस्ल सुधार, पशुओं का टीकाकरण आदि के लिए कई योजनाएँ शुरू की गई हैं। ऐसे में पशुओं की आबादी के अनुसार पशु चिकित्सक उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा इस क्षेत्र में पशु चिकित्सा विद्यालयों की स्थापना की जा रही है। इस कड़ी में राजस्थान सरकार ने सिरोही में पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय खोलने की स्वीकृति दी है।
सिरोही ज़िले में पशु चिकित्सा महाविद्यालय खुलने से सिरोही ज़िले के विद्यार्थियों को पशु चिकित्सा विज्ञान में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। अब उन्हें अपने जिले में ही अध्ययन के अवसर मिलेंगे। साथ ही पशुपालकों को ज़िले में ही अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएँ मिलेगी।
58 पदों का किया गया सृजन
पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय के लिए सरकार ने 58 पदों का सृजन करने का निर्णय लिया है। यह पद महाविद्यालय के संचालन तथा शैक्षणिक गतिविधियों के लिए होंगे, इसके लिए सरकार ने 10.16 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है। सरकार द्वारा दिए गए प्रस्ताव के अनुसार, स्वीकृत 58 नवीन पदों में डीन का 1 पद, प्रोफेसर के 5 पद, एसोसिएट प्रोफेसर के 4 पद, असिस्टेंट प्रोफेसर के 19 पद, तकनीकी स्टाफ के 10 पदों सहित सहायक स्टाफ के 19 पद शामिल हैं।
यहाँ खोले जाएँगे पशुपालन विश्वविद्यालय
राजस्थान सरकार ने इस वर्ष अपने बजट 2023-24 में पशु पालन सम्बंधित उच्च शिक्षा के ढाँचे के सुदृढ़ीकरण की दृष्टि से जोबनेर-जयपुर में स्थित कृषि विश्वविद्यालय के साथ ही नए पशुपालन विश्वविद्यालय (Veterinary University) स्थापित करने की घोषणा की है। इसके अतिरिक्त सीकर व बस्सी-जयपुर में पशु चिकित्सा महाविद्यालय एवं सिरोही जिले में पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय खोलने की घोषणा की है।
Need