मित्र फफूंद मेटाराइजियम घोल एक जैविक कीटनाशक
किसानों की खेती को लागत को कम करने एवं फसलों की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए सरकार एवं कृषि विज्ञानिक जैविक खेती पर लगातार जोर दे रहें हैं एवं इसके लिए वैज्ञानिकों द्वारा अनुसन्धान कर बहुत से जैविक उत्पाद तैयार किये जा रहे हैं | यह उत्पाद पर्यावरण के लिए अच्छे रहते हैं जो प्रयावरण एवं खेत की मिट्टी एवं फसलों को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाते हैं साथ ही फसलों से प्राप्त उत्पाद की गुणवत्ता को बढाते हैं | आज हम आपको एक ऐसे ही जैविक कीटनाशक के बारे में बताएँगे जो अकेले ही 200 प्रकार के कीटों को ख़त्म कर सकता है |
मित्र फफूंद मेटाराइजियम घोल क्या है ?
यह एक मित्र फफूंद है जिसका घोल बनाकर किसान भाई कीटनाशक की तरह प्रयोग कर सकते हैं, इस मित्र फफूंदी के अंदर फल-फूल एवं अनाज वाले फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले विभिन्न कीटों की लगभग 200 प्रजातियों को खत्म करने की क्षमता है। इस जैविक फफूंदी के प्रयोग से मनुष्य एवं जानवरों को किसी भी प्रकार की हानि नहीं होती है एवं पर्यावरण भी विषैले तत्वों से बचा रहता है।
किसान भाई किन फसलों एवं कीटों पर कैसे प्रयोग करें ?
कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र ढोलिया के डीन डॉ.के.पी.वर्मा के अनुसार किसान भाई इसका प्रयोग धान, गेहूं, मक्का, गन्ना, कपास, बाजरा, सोयाबीन, आलू, टमाटर, गोभी, भिण्डी, मिर्च, मूंगफली, मूली, प्याज, सरसों, आदि विभिन्न प्रकार की फसलों में कर सकते है। इस मित्र फफूंद को मुख्यतः कद्दू के लाल कीट, दिमक, मिली बग, माइट, भूरा भूदका, हरा भूदका, सफेद लट, भूरा माहों एवं थ्रिप्स जैसे चुषक कीटों को नष्ट करने के लिए किया जाता है। यह मित्र फफूंद कीट की किसी भी अवस्था जैसे, अंडा, इल्ली, प्यापा एवं प्रौ सभी को खत्म करने की क्षमता रखता है। इसके प्रयोग के बाद 4 से 10 दिन के अंदर कीट के ऊपर एक सफेद सतह के रूप में फैलकर एक जाल बनाकर इसे खत्म करता है। इस फफूंदी का प्रयोग पानी में घोल बनाकर छिड़काव करके अथवा मिट्टी में खाद के साथ मिलाकर किया जा सकता है।
किसान भाई कहाँ से ले सकते हैं ?
किसान भाई यह फफूंद का घोल अपने जिले के कृषि विज्ञान केंद्र से ले सकते हैं | यदि आपके जिले में अभी उपलब्ध न हो तो वहां उपलब्ध करवाने के लिए मांग कर सकते हैं |