देश में किसानों को कृषि की नई तकनीकों से अवगत कराने एवं खेती–किसानी में उन्हें आ रही समस्याओं के समाधान के लिए सरकार द्वारा कृषि मेलों का आयोजन किया जाता है। बीते दिनों ऐसे ही एक तीन दिवसीय कृषि मेले का आयोजन हरियाणा के चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार में किया गया। इस मेले का आयोजन 8 से 10 अक्टूबर के दौरान किया गया था। सरकार ने इस वर्ष मेले में आने वाले किसानों को लकी ड्रॉ में ईनाम देने का भी प्रावधान किया था।
मेले के अंतिम दिन राज्य के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने भी कृषि विकास मेला 2023 में शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न प्रकार के कृषि उपकरणों, खाद–बीज की लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन कर जानकारी प्राप्त की साथ ही किसानों को संबोधित कर लकी ड्रॉ जीतने वाले किसानों को पुरस्कार का वितरण भी किया।
किसान ने ईनाम में जीता जॉनडियर ट्रैक्टर
कृषि विकास मेला 2023 के समापन के अवसर पर मुख्यमंत्री ने बटन दबाकर लकी ड्रॉ के माध्यम से ईनाम निकाले। इसमें जींद जिला के मोहन खेड़ा गांव के किसान भरत सिंह को 7,50,000 रुपए कीमत का जॉनडीयर ट्रैक्टर ईनाम में निकला। फतेहाबाद जिले के किरढान गांव के अजीत सिंह को 3,50,000 रुपए कीमत का ट्रैक्टर ईनाम में निकला।
साथ ही फतेहाबाद जिले के ही टिब्बी गांव के सुरजीत को 2,50,000 रुपए कीमत की लैंड लेवलर मशीन, पंजाब के गंगा अब्दुल गांव के गुरपिंदर सिंह को 1 लाख 75,000 रुपए राशि की सुपर सीडर मशीन तथा जींद जिला के दरोड़ी गांव के किसान अंकित को 74,000 रुपए की कीमत की इलेक्ट्रिक पावर वीडर मशीन ईनाम में निकली।
किसानों के लिए किया गया तीन पुस्तकों का विमोचन
हरियाणा कृषि विकास मेले के समापन समारोह में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय द्वारा संकलित तीन पुस्तकों का विमोचन किया। यह सभी पुस्तक कृषि तथा किसान उत्थान को लेकर लिखी गई है। इन पुस्तकों में कृषि बागवानी प्राकृतिक खेती फसल उत्पादन बिक्री समेत नवीनतम कृषि तकनीक एवं प्रौद्योगिकी की जानकारी जुटाई गई है ताकि किसान घर बैठे हर प्रकार की जानकारी हासिल कर सके।
मिट्टी की जाँच करवाने का किया आह्वान
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने किसानों से अपने खेत की मिट्टी और पानी की जाँच करवाने का आह्वान करते हुए कहा कि इससे किसानों को अपने खेत में होने वाली फसल और कौन सी खाद उपयोग में लाई जानी सही है, इसकी जानकारी मिलेगी। किसानों से फ़सल विविधीकरण अपनाने की अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए सरकार भी किसानों को प्रोत्साहन दे रही है। पानी की बचत करने की दिशा में धान के स्थान पर अन्य फसल को बोने पर 7 हज़ार रुपये प्रति एकड़ किसान को दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर साल किसानों को नवाचार और तकनीक बारे ज्ञानवर्धन के लिए कृषि मेला आयोजित किया जाता है। किसानों का उत्साह इस मेले के प्रति बढ़ा है। उन्होंने कहा कि किसानों ने नई फसलों के साथ-साथ नकदी फसलों की खेती करनी शुरू कर दी है। सरकार भी किसानों को खेती और तकनीक बारे जानकारी देने के साथ उन्हें प्रेरित करने के लिए प्रोत्साहन दे रही हैं। किसानों की बदौलत हरियाणा आज तरक्की के मामले में प्रगति के पथ पर अग्रसर है। खेती हमारी जान है तो पहलवान हमारी शान हैं।
Sir aap aagar mera lakki daro khulta hai me khud bhot sobhag sali samjunga
Jondeer