back to top
28.6 C
Bhopal
शुक्रवार, सितम्बर 20, 2024
होमकिसान समाचारकिसान रहें सावधान! अभी सरसों में लग सकते हैं यह कीट,...

किसान रहें सावधान! अभी सरसों में लग सकते हैं यह कीट, जानिए कैसे करें नियंत्रण

सरसों की फसल में आरा मक्खी एवं पेन्टेड बग कीट

देश में कई स्थानों पर सरसों की बुआई का काम पूरा हो गया है। कई क्षेत्रों में सरसों की फसल 10-15 दिनों की हो गई है। ऐसे में शुरुआत में ही सरसों की फसल में कई कीट एवं रोग लगने की संभावना रहती है जिससे फसल को काफ़ी नुकसान होता है। जिसको देखते हुए राजस्थान के बारां जिले के कृषि विभाग द्वारा किसानों को सरसों की फसल को कीटों से बचाने के लिए सलाह जारी की गई है। 

कृषि विभाग ने किसानों को सरसों की फसल में पेन्टेड बग कीट व आरा मक्खी से सतर्क रहने की सलाह दी है। पेन्टेड बग का प्रकोप सरसों फसल के अंकुरण के तुरन्त बाद हो जाता हैं। जो 7-10 दिन की अवस्था में पौधे की पत्तियों का रस चूसकर फसल को पूरी तरह नष्ट कर देता है।

पेन्टेड बग कीट व आरा मक्खी का नियंत्रण कैसे करें?

संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार अतीश कुमार शर्मा ने बताया कि आरा मक्खी कीट सरसों फसल के अंकुरण के 25-30 दिन में अधिक नुकसान पहुंचाता है। इस कीट की सूण्डी ही फसल को नुकसान पहुंचाती है तथा पौधे को पत्ती रहित कर देती है। केवल डण्ठल छोड़ती है। फसल की प्रारम्भिक अवस्था में निगरानी आवश्यक है।

यह भी पढ़ें   चने की आवक बढ़ने से आई कीमतों में कमी, सरकार करेगी समर्थन मूल्य पर खरीद

उन्होंने बताया कि कीट नियंत्रण के लिए बुवाई से पूर्व फसल के अवशेषों व खरपतवारों को नष्ट व बीजोपचार कर बुवाई करना चाहिए। पेन्टेड बग एवं आरामक्खी कीट का प्रकोप आर्थिक क्षति स्तर से अधिक होने पर रोकथाम के लिए सुबह-शाम कीटनाशी रसायन का छिड़काव किया जाना चाहिए।

इन दवाओं से करें कीट का नियंत्रण

कृषि विस्तार निदेशक ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि सरसों फसल में पेन्टेड बग कीट नियंत्रण के लिए थायोमिथेक्साम 30 एफ.एस. 5.0 ग्राम या इमिडाक्लोपिड 48 एफ.एस. 6.0 ग्राम प्रति किलो बीज की दर से बीजोपचार कर बुवाई करना प्रभावी रहता है। पेन्टेड बग एवं आरामक्खी कीट की रोकथाम के लिए क्यूनालफॉस 1.5 प्रतिशत या मैलाथियॉन 5 प्रतिशत या मिथाइल पैराथियॉन 2 प्रतिशत या कारबेरिल 5 प्रतिशत चूर्ण 20-25 किलो प्रति हेक्टेयर की दर से सुबह या शाम के समय छिड़काव लाभदायक रहता है।

download app button
google news follow
whatsapp channel follow

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
यहाँ आपका नाम लिखें

ताजा खबरें