किसान परिवार पर बकाया औसतन ऋण
देशभर में किसानों को कृषि सम्बंधित कार्यों में निवेश के लिए ऋण लेना पड़ता है, जो कई बार किसान चुका नहीं पाते हैं। जिससे किसानों के ऊपर यह ऋण धीरे-धीरे बढ़ता जाता है। 13 फरवरी को लोकसभा में श्री सुखबीर सिंह बादल ने अपने सवाल में सरकार से पूछा कि पंजाब सहित देश के सभी राज्यों के किसानों पर कुल कितना ऋण बकाया है? साथ ही उन्होंने यह भी पूछा की क्या सरकार का विचार पंजाब के किसानों द्वारा बैंकों तथा ऋण प्रदाताओं से लिए गए ऋण को माफ करने का है?
सांसद श्री सुखबीर सिंह बादल के द्वारा पूछे गए सवाल के जबाब में सरकार ने साफ़ किया कि सरकार का विचार पंजाब के किसानों द्वारा बैंक तथा ऋण प्रदाताओं से लिए गए ऋण को माफ करने का अभी कोई विचार नहीं हैं। वहीं उनके द्वारा पूछे गए एक सवाल का जबाब देते हुए वित्त मंत्रालय के राज्य मंत्री डॉ. भागवत कराड ने राज्यवार प्रति कृषक परिवार के सम्बंध में औसत बकाया ऋण की राशि का विवरण दिया पटल पर रखा।
राज्यवार किसान परिवार पर औसतन कितना ऋण बकाया है?
वित्त मंत्रालय के राज्य मंत्री डॉ. भागवत कराड ने विस्तृत जानकारी देते हुए देश के सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में प्रति कृषक परिवार के सम्बंध में बकाया ऋण की औसत की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पूरे देश में प्रति कृषक परिवार औसतन 74,121 रुपए का ऋण बकाया है। जिसके अनुसार सबसे अधिक आंध्र प्रदेश के कृषि परिवार पर 2,45,554 रुपए, केरल 2,42,482 रुपए, पंजाब 2,03,249 रुपए है। वही सबसे कम बकाया ऋण नागालैंड 1,750 रुपए, मेघालय 2,237 रुपए और अरुणाचल प्रदेश 3,581 रुपए है।
प्रति कृषक परिवार के सम्बंध में विभिन्न राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों के समूह/पूर्वोत्तर राज्यों के समूह की बकाया औसत राशि (रुपए में)
राज्य/पूर्वोत्तर राज्यों का समूह/ संघ राज्य क्षेत्रों का समूह |
प्रति कृषक परिवार के सम्बंध में बकाया ऋण की औसत राशि (रुपए में) |
आंध्र प्रदेश |
2,45,554 |
अरुणाचल प्रदेश |
3,581 |
असम |
16,407 |
बिहार |
23,534 |
छत्तीसगढ़ |
21,443 |
गुजरात |
56,568 |
हरियाणा |
1,82,922 |
हिमाचल प्रदेश |
85,825 |
जम्मू और कश्मीर |
30,435 |
झारखंड |
8,415 |
कर्नाटक |
1,26,240 |
केरल |
2,42,482 |
मध्य प्रदेश |
74,420 |
महाराष्ट्र |
82,085 |
मणिपुर |
5,551 |
मेघालय |
2,237 |
मिजोरम |
23,485 |
नागालैंड |
1,750 |
ओडिशा |
32,721 |
पंजाब |
2,03,249 |
राजस्थान |
1,13,865 |
सिक्किम |
32,185 |
तमिलनाडु |
1,06,553 |
तेलंगाना |
1,52,113 |
त्रिपुरा |
23,944 |
उत्तराखंड |
48,338 |
उत्तर प्रदेश |
51,107 |
पश्चिम बंगाल |
26,452 |
पूर्वोत्तर राज्यों का समूह |
10,034 |
संघ शासित प्रदेशों का समूह |
25,629 |
समग्र भारत |
74,121 |
स्त्रोत: एनएसएस रिपोर्ट संख्या 587: ग्रामीण भारत में कृषक परिवारों की स्थिति और परिवारों की भूमि एवं पशुधन धृतियों का मूल्यांकन, 2019