पशु क्रॉस ब्रीडिंग योजना
दूध उत्पादन तथा उत्पादकता को बढ़ाने के लिए पशु नस्ल में सुधार की जरुरत है | बढती जनसंख्या तथा सभी के लिए पर्याप्त दूध की जरूरत को पूरा करने के लिए उत्पादन तथा उत्पादकता को बढ़ाना जरुरी है | ज्यादा तर लोग दूध बढ़ाने के लिए अधिक पशु पालन पर जोर देते हैं | इससे ज्यादा जरुरी है कि अच्छे नस्ल की पशु का पालन किया जाय | पर्याप्त संख्या में पशु हो यह भी जरुरी है | इसी को लेकर हरियाणा राज्य ने पशु नस्ल सुधार के विजन को आगे बढ़ाते हुये विभाग ने हर पशु ध्यान मोबाईल एवं तैयार किया है |
इस बात की जानकारी हरियाणा राज्य के पशुपालन एवं देरी मंत्री देते हुये बताया कि प्रदेश में दुग्ध की उत्पादकता बढ़ाने के लिए पशुओं के नस्ल में सुधार किया जायेगा | इसके लिए अच्छी नस्ल के सांड व भैंसे का चुनाव किया जा रहा है | इसके लिए पशुओं का पंजीकरण किया जायेगा तथा सभी को पशुधारको उसका प्रमाणीकरण दिया जायेगा |
दुग्ध की उत्पादन को बढ़ाने के लिए 4 मुख्य बिंदु पर ध्यान दिया जा रहा है |
- अच्छा पशु चारा
- पशु घरों का नियंत्रित वातावरण
- नवीनतम तकनीक से गर्भाधान शामिल है |
पशुओं की नस्ल सुधरने के लिए एक एप तैयार किया गया है जिसमें पशुओं के बारे में सभी तरह की जानकारी रहेगा | रोग , चारा की मात्रा, आवास तथा गर्भधारण की पूरी जानकारी दिया जायेगा | इसके अलावा पशुओं के पंजीकरण और ब्रीडिंग के लिए एक आथारिटी बनाई गई है | इस एप के कुछ खास बाते इस तरह है
- पशु विभाग में प्रदेश के सभी पशु के वंशावली का रिकार्ड रहेगा |
- सिर्फ दुधारू नस्लों वाली पशुओं की ब्रिड को आगे बढ़ाया जायेगा |
- पशु बीमा को बढ़ाया जा रहा है तथा पशु बीमा की समिक्षा किया जायेगा |
- 10 लाख पशुओं का बीमा किया जायेगा |
- पशु सिमन और बेसहारा पशुओं को लेकर भी धनखड़ आंकड़ों के माध्यम से अपने विभाग कार्यों को गिनवाते नजर आयेंगे |