कृषि विभाग द्वारा आजकल विभिन्न फसलों की बुआई के लिए सुपर सीडर मशीन के उपयोग पर जोर दिया जा रहा है क्योंकि इसकी मदद से बुआई करने पर किसानों को बहुत से फायदे मिलते हैं। पराली की समस्या से निजात पाने के लिए सुपर सीडर मशीन वरदान की तरह है। इस मशीन से बुआई कम समय व कम खर्चे में की जा सकती है। इसके अतिरिक्त सुपर सीडर मशीन से बुआई करने पर अधिक उत्पादन भी प्राप्त किया जा सकता है।
सुपर सीडर मशीन का उपयोग धान, गन्ना, गेहूं, मक्का आदि की जड़ों डंठलों को हटाने के लिए भी किया जा सकता है। सुपर सीडर को ट्रैक्टर के साथ जोड़कर इस्तेमाल किया जाता है। यह मशीन धान या गेहूं की कटाई के बाद फसल अवशेषों को खेत में ही दबाकर अगली फसल की बुआई कर देती है जिससे खाद बनती है। और यह मशीन मिट्टी में नमी का संरक्षण भी करती है जिससे सिंचाई जल की भी बचत होती है।
सुपर सीडर मशीन क्या काम करती है?
किसान सुपर सीडर मशीन का उपयोग कर धान, गेहूं आदि फसलों के डंठलों को हटाकर मिट्टी में मिला सकते हैं। यह मशीन सभी किस्मों के बीज बोते हुए जमीन तैयार करती है। यह मशीन 35 से 65 हॉर्स पॉवर के ट्रैक्टर की मदद से चलाई जा सकती है। इस मशीन से बुआई के समय किसान बीजों की दूरी और गहराई भी सुनिश्चित कर सकते हैं। इस मशीन में धान के अवशेषों को कुतरने के लिए रोटावेटर और गेहूं बोने के लिए एक जीरो–टिल सीड ड्रिल यंत्र लगा होता है। यह यंत्र बुआई के समय पराली को काटने/ दबाने/ हटाने में सहायक होता है।
सुपर सीडर कृषि यंत्र की विशेषताएँ क्या है?
- बीजों की बुआई में मददगार है।
- फसल अवशेषों को इसकी मदद से प्रभावी ढंग से मिट्टी में मिला सकते हैं।
- एक बार की जुताई में ही फसलों की बुआई की जा सकती है।
- बुआई करने पर फसल उत्पादन में लगभग 5 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी होती है।
- इससे बुआई करने पर लागत में लगभग 50 प्रतिशत की कमी की जा सकती है।
- सिंचाई जल की बचत होती है, जिससे गेहूं की कटाई के बाद ग्रीष्मकालीन फसलों की बुआई में भी अधिक लाभ मिलता है।
- सुपर सीडर मशीन से बुआई करने पर खरपतवारों में कमी आती है।
- यह मशीन 10-12 इंच तक की ऊँचाई की धान की पराली को जोतकर गेहूं की बुआई करने में सक्षम है।