Home किसान समाचार फसल खराबे से प्रभावित किसानों को अनुदान देने के लिए राज्य सरकार...

फसल खराबे से प्रभावित किसानों को अनुदान देने के लिए राज्य सरकार केंद्र से मांगेगी 2668 करोड़ रुपये की मदद

fasal nuksan muawja

फसल नुकसान की भरपाई के लिए अनुदान वितरण

इस वर्ष मानसून सीजन में कई जिलों में अधिक वर्षा एवं कई जिलों में बहुत कम वर्षा के चलते किसानों की खरीफ फसलों को काफी नुकसान हुआ है | राजस्थान में जहाँ कई जिलों में अधिक वर्षा एवं बाढ़ के चलते किसानों की खरीफ फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है तो वहीँ कई जिलों में बहुत कम वर्षा से फसलें खराब हुई है | राज्य में इस वर्ष 12 जिलों की 69 तहसीलों को गंभीर और मध्यम सूखाग्रस्त घोषित किया गया है |

राज्य सरकार खरीफ-2021 में सूखे के कारण 33 प्रतिशत या इससे अधिक फसल खराबे से प्रभावित किसानों को कृषि आदान-अनुदान के वितरण एवं राहत गतिविधियों के संचालन के लिए केन्द्र सरकार से 2668.55 करोड़ रूपए की अतिरिक्त सहायता राशि की मांग करेगी। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने इस संबंध में केन्द्र सरकार को भेजे जाने वाले ज्ञापन को मंजूरी दे दी है।

इन जिलों के किसान हुए हैं सबसे अधिक प्रभावित

खरीफ-2021 के दौरान प्रदेश में सूखे से फसल खराबे की ग्राउंड ट्रूथिंग की गई थी। ग्राउंड ट्रूथिंग रिपोर्ट के आधार पर राज्य के 10 जिलों अजमेर, बाड़मेर, बीकानेर, हनुमानगढ़, जालोर, जैसलमेर, पाली, सिरोही, चूरू एवं जोधपुर की 64 तहसीलों को गंभीर श्रेणी की सूखाग्रस्त घोषित किया गया है। प्रभावित तहसीलों में 33 प्रतिशत या इससे अधिक फसलों का नुकसान होने के कारण प्रभावित किसानों को कृषि आदान-अनुदान वितरित करने एवं राहत गतिविधियों के संचालन के लिए राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने भारत सरकार से अतिरिक्त राशि की मांग की है।

इन तहसीलों को रखा गया है सूखाग्रस्त श्रेणी में

राज्य सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार जिन तहसीलों को गंभीर सूखाग्रस्त घोषित किया गया है, उनमें अजमेर जिले की विजयनगर, केकड़ी, अराई एवं किशनगढ़ तहसीलें और चूरू जिले की तारानगर तहसील शामिल हैं। जोधपुर जिले की 10 तहसीलें जोधपुर, शेरगढ़, सेखाला, लूणी, बालेसर, बाप, फलोदी, भोपालगढ़, देचूं और आऊ शामिल हैं। बाड़मेर जिले की सबसे अधिक 16 तहसीलें गंभीर सूखाग्रस्त घोषित की गई हैं। इनमें बाड़मेर, रामसर, बायतु, गिडा, शिव, गडरारोड, गुडामालानी, धोरीमन्ना, सिणधरी, चौहटन, सेडवा, सिवाना, समदडी, पचपदरा, धनाऊ और कल्याणपुर सम्मिलित हैं।

इसी तरह जालोर जिले की 9 तहसीलें जालोर, सायला, आहोर, भीनमाल, बागोड़ा, जसवंतपुरा, रानीवाड़ा, सांचौर और चितलवाना और जैसलमेर जिले की 9 तहसीलें जैसलमेर, पोकरण, फतेहगढ़, भणियाणा, उपनिवेशन जैसलमेर, उपनिवेशन रामगढ़-I, उपनिवेशन रामगढ़-II, उपनिवेशन मोहनगढ़- I, उपनिवेशन मोहनगढ़- II शामिल हैं। बीकानेर की 6 तहसीलें लूणकरणसर, नोखा, कोलायत, खाजूवाला, छत्तरगढ़ और श्रीडूंगरगढ़ को भी गम्भीर सूखा्ग्रस्त तहसीलों में शामिल किया गया है।

पाली जिले की 6 तहसीलें पाली, रोहट, बाली, सुमेरपुर, रानी तथा देसूरी शामिल हैं। सिरोही जिले की सिरोही और शिवगंज तहसीलें तथा हनुमानगढ़ जिले की एक तहसील नोहर गंभीर सूखाग्रस्त घोषित की गई है। इसी तरह नागौर जिले की नागौर तथा खींवसर तहसील तथा डूंगरपुर जिले की सागवाड़ा, साबला और गलियाकोट तहसीलों को मध्यम सूखाग्रस्त तहसीलें घोषित किया गया है।

Notice: JavaScript is required for this content.

1 COMMENT

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
यहाँ आपका नाम लिखें

Exit mobile version