फसल बेचने के लिए ऑनलाइन ई गेट पास एवं मास्क
15 अप्रैल से अधिकांश राज्यों में रबी फसलों की खरीदी शुरू होने जा रही है | इस बार की खरीदी को कम समय में पूरा किया जाए इसके लिए खरीदी केन्द्रों को बढ़ाया जा रहा है | साथ ही, सोसल डिस्टेंस को बनाये रखने के लिए राज्य सरकारों के द्वारा अलग-अलग नियम बनायें जा रहे हैं | इसके अलवा भी खरीदी को व्यवस्थित रूप से चलाने के लिए तथा भीड़ एकत्र न हो इसके लिए सभी खरीदी केन्द्रों पर पुलिस की व्यवस्था किया जा रहा है |
हरियाणा राज्य सरकार ने 15 अप्रैल से सरसों तथा चने की खरीदी तथा 20 अप्रैल से गेहूं की खरीदी के लिए सभी खरीदी केन्द्रों पर आनेवाले स्टाफ, पुलिस श्रमिक, तथा किसान को पास जारी कर रही है | कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति खरीदी केंद्र पर नहीं आ सके इसके लिए सभी केन्द्रों पर थर्मल स्कैन की व्यवस्था किया जा रहा है | किसान समाधान किसानों की सुविधा के लिए खरीदी से पूर्व की जानकारी लेकर आया है |
मंडी तथा सहकारी सोसायटी में आने पर मास्क पहनना जरुरी
सभी खरीदी केंद्र पर आने वाले किसानों के अलावा केन्द्रों के स्टाफ, खरीद एजेंसियां के कर्मचारियों आदतियों, श्रमिकों को मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है | मास्क की उपलब्धता कराने हेतु टेक्स्टाईल उधोग और स्वयं सहायता समूहों का सहयोग लिया जाएगा | व्यवस्था बनाये रखने के लिए सभी खरीदी केन्द्रों पर पुलिस की तैनाती की जा रही है तथा निगरानी के लिए मजिस्ट्रेट अधिकारी को तैनात किया जा रहा है |
किसानों को दिए जाएगें ई-गेट पास
हरियाणा सरकार ने रबी खरीद सीजन के दौरान सरसों और गेहूं की खरीद को आसान बनाने और मंडियों में भीड़ को कम करने के लिए मंडियों में एक समय में किसानों के प्रवेश की सीमा को 50 किसानों तक सीमित करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय कोरोना वायरस की महामारी के मद्देनजर सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों को बनाए रखने के लिए लिया गया है।
सभी कृषि उत्पाद अर्थात गेहूं, सरसों, और चना को ऑनलाइन ई-गेट पास के जारी होने पर ही मंडी में प्रवेश दिया जाए और यह पास केवल ‘मेरी फ़सल-मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर पंजीकृत और सत्यापित किसानों को जारी किया जाएगा | खरीदी केंद्र के नजदीक केन्द्रों के स्टाफ, आढतियों, श्रमिकों तथा उस दिन कृषि उपज बेचने वाले किसानों को आने दिया जाएगा | इसके लिए सभी खरीदी केन्द्रों पर प्रवेश द्वारा के साथ ही बाहर निकलने का द्वार होगा | इसके अलावा खरीदी केन्द्रों पर भीड़ एकत्रित न हो, इसके लिए केन्द्रों के स्टाफ, आढतियों, श्रमिकों और किसानों को प्रवेश पास जारी किए जायेंगे |
सभी केन्द्रों पर थर्मल स्कैनर की व्यवस्था किया जा रहा है
कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को खरीदी केंद्र के अंदर प्रवेश नहीं होने देने के लिए सुनिश्चित किया जा रहा है | इसके लिए सभी खरीदी के केन्द्रों पर मास्क, सैनीटाइजर और थर्मल स्कैनर की उपलब्धता सुनिश्चित किया जा रहा है | खरीदी केंद्र के अंतर्गत आने वाले सभी व्यक्तियों को थर्मल स्कैनर से कोरोना वायर की जाँच की जाएगी |
रबी फसल खरीद के लिए चिन्हित खरीदी केंद्र
हरियाणा सरकार ने व्यापक प्रबन्धन के लिए गेहूं खरीदी के लिए मंडियों व खरीदी केन्द्रों की सख्या 477 से बढ़ाकर 2,000 और सरसों की खरीद के लिए 64 से बढ़ाकर 248 की है | प्रत्येक 3 गाँव पर एक गेहूं खरीदी केंद्र स्थापित किये जा रहे हैं |
खरीदी केंद्र पर आने वाले सभी व्यक्तियों का रिकार्ड रखा जाएगा
कोरोना वायरस संक्रमण से बचाने के लिए खरीदी केंद्र के अंतर्गत आने वाले सभी व्यक्तियों का नाम, पता तथा मोबाईल नंबर देना जरुरी है | इसके लिए हो सकता है तो आप किसान भाई अपना परिचय पत्र लेकर आयें | यह रिकार्ड इसलिए तैयार किया जा रहा है कि कभी कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के आने वर सभी व्यक्तियों की पहचान किया जाए |
19 अप्रैल तक पंजीयन कराएँ
किसान अभी ‘मेरी फ़सल-मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर पंजीकृत नहीं हैं, वे 19 अप्रैल, 2020 तक पंजीकरण के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा, अन्य राज्य के किसानों की उपज आगामी दिशा-निर्देशों के जारी होने तक नहीं खरीदी जाएगी। किसान द्वारा अपनी कृषि उपज का भार मंडी गेट पर स्थापित धर्मकांटा या मंडी के बाहर स्थित आढ़ती एसोसिएशन द्वारा स्वीकृत धर्मकांटा से करवाए, जहां आढ़ती एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि भी मौजूद रहेगा। मंडी में कृषि उपज उतारने के बाद किसान खाली ट्रॉली वाहन का वजन भी करवाएगा, ताकि कृषि उपज का वास्तविक वजन किसानों को पता चल पाए और किसान पर्ची पर संबंधित आढ़ती से हस्ताक्षर करवाएगा।