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26 से 28 मार्च के दौरान यहाँ किया जायेगा किसान मेले का आयोजन

kisan mela 2022

किसान मेले का आयोजन 26 से 28 मार्च

कृषि क्षेत्र में नई-नई तकनीकों, विभिन्न फसलों की किस्मों एवं कृषि प्रणालियों के विकास में कृषि विश्वविद्यालय महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं। कृषि विश्वविद्यालयों के द्वारा विकसित की जा रही इन सभी तकनीकों की जानकारी किसानों तक पहुँचाने के लिए कृषि विश्वविद्यालयों के द्वारा किसान मेलों का आयोजन किया जाता है। किसान मेला एक महत्वपूर्ण वार्षिक गतिविधि है जो नवीनतम कृषि आधारित तकनीकी और शोध के विकास पर किसानों को उत्पादन, उत्पादकता एवं आमदनी में वृद्धि के लिए जागरूक करता है। 

ऐसे ही एक मेले का आयोजन बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर, भागलपुर में 26 से 28 मार्च के दौरान आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष के मेले का आयोजन “ग्रामीण आजीविका में सुधार एवं सुरक्षा के लिए प्रौद्योगिकियाँ” को केंद्र में रखते हुए किया जा रहा है। मेले में इसके अलावा किसानों के लिए विश्वविद्यालय द्वारा विकसित की गई नवीनतम तकनीकों का प्रदर्शन, कृषि उपादानों का प्रदर्शन एवं विपणन, बीज एवं पौध सामग्रियों का प्रदर्शन एवं विपणन आदि मुख्य आकर्षण रहेंगे जिसका लाभ किसान यहाँ आकार ले सकते हैं। 

ग्रामीण आजीविका में सुधार एवं सुरक्षा के लिए प्रौद्योगिकियाँ

इस वर्ष के किसान मेले का मुख्य उद्देश्य प्रौद्योगिकी द्वारा ग्रामीण आजीविका सुरक्षा को उन्नत बनाने की दिशा में विशेष पहल करना है। ठीक ढंग से इसकी मुकम्मल कार्य योजना तैयार करने के लिए मेले में एक संगोष्ठी का आयोजन प्रस्तावित है। जिसमें वौज्ञानिकों के साथ-साथ विभिन्न राज्यों से आए प्रगतिशील किसान, हितधारक सहित अन्य संस्थाएँ शामिल हैं। संगोष्ठी में सामने आई बातों के आधार पर एक कार्य योजना तैयार की जाएगी ताकि कृषि क्षेत्र में प्रौद्योगिकी की हस्तक्षेप में विविधता लाकर ग्रामीण आजीविका सुरक्षा को और उन्नत बनाया जा सके।

किसान मेला में मुख्य आकर्षक क्या रहेगा ?

किसानों के लिए आयोजित किए जा रहे इस कृषि मेले में कई नवीनतम तकनीकों का प्रदर्शन किया जायेगा। कृषि मेले के मुख्य आकर्षण इस प्रकार हैं:- 

  • विश्वविद्यालय द्वारा विकसित किये गये नवीनतम तकनीकों का प्रदर्शन,
  • विभिन्न प्रकार के बीजों / पौध सामग्री का प्रदर्शन एवं विपणन,
  • किसानों द्वारा तैयार किए गये गुणसंवर्धित उत्पादों की प्रदर्शनी तथा विपणन,
  • बागवानी एवं पशुओं की प्रदर्शनी, 
  • कृषि उपादानों की प्रदर्शनी तथा विपणन,
  • किसान गोष्ठी/कृषि ज्ञान प्रतियोगिता/सांस्कृतिक कार्यक्रम,
  • प्रगतिशील किसानों को सम्मान,
  • बिहार कृषि विश्वविद्यालय  के प्रायोगिक प्रक्षेत्रों पर किसानों का भ्रमण 
  • जीवंत प्रत्यक्षण आदि। 
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