Home विशेषज्ञ सलाह किसान अधिक पैदावार के लिए लगाएं चने की यह नई विकसित किस्में

किसान अधिक पैदावार के लिए लगाएं चने की यह नई विकसित किस्में

chana ki unnat nai viksit kisme

चने की नई विकसित उन्नत किस्में

भारत देश में रबी फसलों में चने की फसल अति महत्त्वपूर्ण है, उत्तर भारत में किसानों द्वारा चने की खेती अधिक की जाती है दलहनी फसल होने के कारण इसकी उपयोगिता अधिक है साथ ही किसानों को इसके अच्छे दाम भी मिल जाते हैं | दलहनी फसलें एक तरफ जहां मानव स्वास्थ्य के लिए प्रोटीन का काम करती हैं, वहीं उनकी जड़ों में बने राइजोबियम गांठ में नाइट्रोजन फिक्स रहता है, जिस कारण भूमि की उर्वरता भी बढ़ती है | खाद की आवश्यकता कम होती है और इस प्रकार खेती की लागत कम होती है और मिट्टी में नत्रजन की कमी दूर हो जाती है जो अन्य फसलों के लिए लाभकारी है |

किसान भाइयों द्वारा लगातार इस वर्ष के लिए चने की नई किस्मों के बारे में जानकारी मांगी जा रही थी जिसे ध्यान में रखकर किसान समाधान ने खास आपके लिए पिछले 5 वर्षों में चने की जो महत्वपूर्ण नई किस्में विकसित की गई हैं उनकी जानकारी लेकर आया हैं | यह किस्में हम आपके लिए राज्यवार अनुशंसित किस्में हों जो क्षेत्र विशेष के लिए अनुकूल वातावरण में किसान को अधिक लाभ देंगी | सरकार द्वारा इसके लिए भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान दलहनी फसलों पर शोध संस्थान स्थापित किया गया है । इसकी स्थापना भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् द्वारा प्रमुख दलहनी फसलों पर मूलभूत, रणनीतिक एवं प्रयुक्त शोध के लिए एक अग्रणी संस्थान के रूप में की गयी है | देश में स्थित विभन्न भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद् के संस्थानों द्वारा जो किस्में तैयार की गई हैं वह निम्न हैं:-

चना Bengal Gram ( Gram/Chick Pea / Kabuli Chana) की नई विकसित किस्में राज्यवार

मध्यप्रदेश किसानों के लिए उपयुक्त चने की नई किस्में

पूसा चमत्कार (BG-1053), पूसा-244, जवाहर ग्राम काबुली -1 (JGK-1) (JKG-92337), पूसा काबुली चना 128(पूसा शुभ्रा) BGD 128, शुभ्रा (IPCK 2002-29), PKV KABULI-4

छत्तीसगढ़ किसानों के लिए उपयुक्त चने की नई किस्में

पूसा काबुली 128(पूसा शुभ्रा)/BGD 128, शुभ्रा (IPCK 2002-29), उज्जवल(IPCK 2004-29)

राजस्थान किसानों के लिए उपयुक्त चने की नई किस्में

सम्राट (GNG-469), करनाल चना-1 (CSG-8962), पूसा चमत्कार (BG-1053), पूसा -244, पूसा-267 (BG-267)      पूसा-329 (BG-329), CSJD-884 (अकाश), पूसा काबुली चना128(पूसा शुभ्रा)/BGD 128, पूसा-547 (BGM-547)      राजस (फुले G-9425-9), आधार(RSG-963), गनगौर (GNG-1581), उज्जवल (IPCK 2004-29), RSG-974(Aअभिलाषा)

हरियाणा किसानों के लिए उपयुक्त चने की नई किस्में

पूसा-362, सम्राट (GNG-469), करनाल चना-1 (CSG-8962), DCP-92-3, पूसा चमत्कार (BG-1053), गौरव  (H-75-35), पूसा-267 (BG-267), पूसा-329 (BG-329), पूसा-547 (BGM-547), राजस (फुले G-9425-9), आधार (RSG-963), गनगौर(GNG-1581)

बिहार किसानों के लिए उपयुक्त चने की नई किस्में

KWR-108 , गुजरात ग्राम-4 (GCP-105), पूसा-240,  पूसा-256, पूसा-408 , पूसा -413 , हरियाणा काबुली चना -2 (HK-94-134)

उत्तर प्रदेश किसानों के लिए उपयुक्त चने की नई किस्में

प्रगति (K-3256), पूसा-240, पूसा-267 (BG-267), सदाबहार, जवाहर ग्राम काबुली-1 (JGK-1), (JKG-92337),      पूसा काबुली ग्राम 128(पूसा शुभ्रा)/BGD 128, पूसा-547 (BGM-547)

दिल्ली के किसानों के लिए उपयुक्त चने की नई विकसित किस्में

पूसा-362, DCP-92-3, पूसा चमत्कार (BG-1053), राजस (PHULE G-9425-9), आधार(RSG-963)

झारखण्ड के किसंनों के लिए नई उपयुक्त चने की किस्म बिरसा चना3 (DESI) है |

किसान दी गई चने की किस्मों में से कोई भी किस्म का चयन कर सकते हैं | इनमें बहुत सी किस्में 1 या अधिक राज्यों के अनुकूल हैं किसान भाई इन किस्मों को लेते समय इनकी खेती की पूरी जानकारी POP (package of Practice) लें और उसके अनुसार ही इनकी खेती करें | किसान भाई प्रमाणित बीज का ही प्रयोग करें साथ ही बीज बुआई से पूर्व बीजोपचार अवश्य करें | किसान भाई इनके आलावा भी बहुत सी अनुशंसित किस्में हैं जो राज्यों द्वारा वहां की परिस्थियों के अनुकूल तैयार की गई हैं किसान भाई उन किस्मों की जानकारी जिला कृषि विभाग या राज्य विश्वविद्यालय से ले सकते हैं |

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