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राज्य सरकार ने गन्ने के मूल्य में की 20 रुपए तक की वृद्धि, अब किसान इस भाव पर बेच सकेंगे गन्ना

Increase in the price of sugarcane purchase

गन्ना खरीद के मूल्य में वृद्धि

कई राज्यों में गन्ना पेराई सत्र शुरू हो चुका है, इसके साथ ही किसानों के द्वारा उत्पादित गन्ने को चीनी मिलों पर ले जाना शुरू कर दिया है | किसानों को गन्ने का उचित दाम मिल सके इसके लिए केंद्र सरकार ने गन्ने के मूल्य में 5 रूपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की है| जिससे गन्ने का मूल्य बढ़कर 290 रूपये प्रति क्विंटल हो गया है | इसके अलावा अलग–अलग राज्य सरकारों के द्वारा भी इस वर्ष गन्ने के मूल्य में वृद्धि की गई है, इसमें अब बिहार भी शामिल हो गया है। बिहार सरकार ने इस वर्ष के पेराई सीजन के लिए गन्ने के भाव में 20 रुपए प्रति क्विंटल तक कि वृद्धि की है।

बिहार सरकार ने राज्य के किसानों के लिए गन्ने के मूल्य में 20 रुपए तक की वृद्धि कर दी है | राज्य सरकार ने 5 लाख किसानों तथा 50 हजार मजदूरों के रोजगार को देखते हुए यह महत्वपूर्ण फैसला लिया है। इसके अलावा राज्य सरकार ने इस वर्ष राज्य के गन्ना किसानों को कई अन्य लाभ दिए जाने की भी घोषणा की है।

सरकार ने कितना मूल्य बढ़ाया है ?

बिहार सरकार ने गुड़ आधारित उद्योगों की स्थापना हेतु नयी गुड़ प्रोत्साहन नीति 2021 तैयार कर रही है| राज्य सरकार एवं बिहार शुगर एसोसिएशन की आपसी सहमती से गन्ना कृषकों के हितों को देखते हुए पेराई सत्र 2021–22 के लिए उत्तम एवं समान्य प्रभेद के गन्ने पर 20 रूपये प्रति क्विंटल की दर से बढ़ोतरी करते हुए उत्तम प्रभेद का मूल्य 335 रूपये प्रति क्विंटल एवं सामान्य प्रभेद का मूल्य 315 रूपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है तथा निम्न प्रभेद पर भी 13 रूपये प्रति क्विंटल की दर से बढ़ोतरी करते हुए 285 रूपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है | पेराई सत्र 2021–22 में गन्ना किसानों द्वारा आपूर्ति किये गये गन्ना के मूल्य का 92 प्रतिशत राशि का भुगतान चीनी मिल प्रबंधन द्वारा किया गया है |

बिहार में गन्ना की खेती कितने क्षेत्रफल में किया जाता है ?

बिहार में कृषि योग्य भूमि का लगभग 53.95 लाख हेक्टेयर है, जिसमें गन्ने की खेती लगभग 2.70 लाख हेक्टेयर में होती है | पेराई सत्र 2020–21 में चीनी रिकवरी 10.04 प्रतिशत एवं आच्छादन 2.70 लाख हेक्टेयर है तथा वर्ष 2021–22 में चीनी रिकवरी 10.50 प्रतिशत एवं आच्छादन लगभग 3.00 लाख हेक्टेयर अनुमानित है | 

राज्य में कितने चीनी मिलें है ?

बिहार में कुल 28 चीनी मिलें हैं जबकि 1904 से 1940 ई. के बीच राज्य में कुल 33 चीनी मिले स्थापित की गई थी | इसमें से 11 चीनी मिले चालु है तथा 17 चीनी मिलें बंद है | एक समय देश का 40 प्रतिशत चीनी मिलें बिहार में हुआ करती थीं लेकिन मौजूदा समय में 2 से 3 प्रतिशत ही चीनी मिलें है |

बीज पर 240 रूपये प्रति क्विंटल की दर से दी जाती है सब्सिडी

चालु पेराई सत्र 2021–22 में गन्ना पेराई का कार्य प्रगति पर है | गन्ना के चयनित प्रभेदों के प्रमाणित बीज पर क्रय पर सामान्य वर्ग हेतु 210 रूपये प्रति क्विंटल तथा अनुसूचित/अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए 240 रूपये प्रति क्विंटल की दर से ईख बीज क्रय अनुदान की राशि देय है | इस योजना का लाभ पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर किसानों को दी जाती है|

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