मिट्टी एवं पानी की जांच
फसलों की अच्छी बढ़ोतरी एवं अधिक उत्पादन के लिए पौधों को सही मात्रा में पोषक तत्वों की उपलब्धता होना आवश्यक है, जिसके लिए किसानों को उनकी भूमि में उपलब्ध पोषक तत्वों की मात्रा का सही ज्ञान होना चाहिए | किसान खेत की भूमि में उपलब्ध पोषक तत्वों की मात्रा की जानकारी मिट्टी की जांच करवा कर ले सकते हैं | केंद्र सरकार ने देश भर में मिट्टी की जाँच के लिए एक अभियान चला रखा है | इसके तहत किसान अपने तहसील केंद्र पर जाकर खेत की मिट्टी की जाँच करा सकते हैं |
मिट्टी जांच केंद्र कम होने से तथा किसानों के बीच जागरूकता कम होने के चलते मिट्टी जाँच का रफ्तार काफी कम रहती है | इसके लिए जाँच केंद्र बढाने के अलावा किसानों को मिट्टी जांच के प्रति जागरूक करना जरुरी है | इसको ध्यान में रखते हुए हरियाणा में स्थिति चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविध्यालय हिसार के वैज्ञनिक खुद किसानों के पास जाकर उनके खेत की मिट्टी–पानी की जाँच करेंगे | अब मिट्टी-पानी जाँच के लिए हिसार स्थित लैब के अलावा यह सुविधा नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से भी किसानों को उपलब्ध की जाएगी |
विश्वविध्यालय के कुलपति प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज ने मोबाईल डायग्नोस्टिक–कम–एग्जिबिशन यूनिट (मिट्टी – पानी जांच एवं प्रदर्शनी वाहन) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया | यह वैन सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों पर जाएगी तथा आस–आस के किसानों के खेत की मिट्टी जांच करेगी | इसके अलावा कृषि से संबंधित फिल्म भी किसानों को दिखाई जाएगी |
इस वैन में एक टीम इंचार्ज, कृषि विज्ञान केंद्र से वैज्ञानिक, लैब सहायक व मृदा विज्ञान विभाग से एक तकनीकी लैब सहायक शामिल होगा, जो किसानों को जानकारी देगा | साथ ही विश्वविद्यालय की ओर से विभिन्न फसलों की उन्नत किस्मों और विकसित तकनीकों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।
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