रबी फसल की कटाई के पश्चात् भूमि शोधन कैसे करें
मृदा सौर्यीकरण अथवा मृदा सोलेराइजेशन
गर्मी में तेज धूप एवं सूखे के समय जब तापमान अधिक हो तब मृदा सोलेराइजेशन करना चाहिए । इसके लिए क्यारियों को 200 गेज के प्लास्टिक के पारदर्शी फिल्म से ढक कर एक से दो माह तक रखा जाता है, प्लास्टिक फिल्म के किनारों को मिट्टी से ढंक देना चाहिए ताकि हवा अंदर प्रवेश ना कर सके । इस प्रक्रिया से प्लास्टिक फिल्म के अंदर का तापमान बढ़ जाता है जिससे क्यारी के मिट्टी में मौजूद हानिकारक कीट, बीमारियों के बीजाणु तथा कुछ खरपतवारों के बीज नष्ट हो जाते हैं । प्लास्टिक फिल्म के उपयोग करने से क्यारियों में मृदाजनित रोग एवं कीट कम हो जाते हैं । इस तरह से मिट्टी में बगैर रसायन रोग एवं कीट कम हो जाते हैं । इस तरह से मिट्टी में बगैर रसायन डाले मिट्टी का उपचार किया जा सकता है ।
जैविक विधि
इसी तरह जैविक विधि से मृदा शोधन करने के लिए ट्राईकोडर्मा बिरडी नामक जैविक फफूंद नाशक से उपचार किया जाता है इसके उपयोग के लिए 10 किलोग्राम सड़ी हुई गोबर की खाद लेते हैं तथा इसमें 8-10 ग्राम ट्राईकोडर्मा बिरडी को मिला देते हैं एवं मिश्रण में नमी बनाये रखते है। 4-5 दिन पश्चात फफूंद का अंकुरण हो जाता है तब इसे तैयार क्यारियों में अच्छी तरह मिला देते है।
रासायनिक विधि
रासायनिक उपचार विधि के तहत रासायनिक उपचार के लिए कार्बोण्डाजिम मेन्कोजेब नामक दवा की 2 ग्राम मात्रा 1 लीटर पानी की दर से मिला देते है तथा घोल से भूमि को तर करते है जिससे 8-10 इंच मृदा तर हो जाये। 4-5 दिनों के पश्चात बुबाई करते है।
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