ग्रीष्मकालीन मूंग की MSP पर खरीद
ग्रीष्मकालीन फसलों में मूंग की खेती सबसे ज्यादा होती है | मध्यप्रदेश में इस वर्ष जायद मूंग का उत्पादन बहुत अधिक हुआ है | इस वर्ष किसानों ने राज्य में 6 लाख 82 हजार हैक्टेयर भूमि में ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती की थी | जिसमें 12 लाख 16 हजार मीट्रिक टन मूंग का उत्पादन हुआ है | किसानों को उचित मूल्य मिल सके इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग की खरीदी करने का फैसला किया था | जिसके तहत राज्य के 2 लाख 32 हजार किसानों ने पंजीयन किया है |
किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने कहा है कि केंद्र सरकार ने राज्य में 1 लाख 34 हजार मीट्रिक टन मूंग की खरीदी की अनुमति ही दी थी जबकि राजस्व विभाग द्वारा किये गये सर्वे अनुसार प्रदेश में 12 लाख 16 हजार मूंग का उत्पादन हुआ है। जिससे राज्य के ज्यादातर किसान MSP पर मूंग बेचने से वंचित रह गए है |
2 लाख मीट्रिक टन की और खरीदी के लिए मांगी गई अनुमति
राज्य के अधिक से अधिक किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग की उपज बेच सके इसको लेकर राज्य सरकार ने केंद्र सरकार के पास 2 लाख मीट्रिक टन मूंग खरीदने की अनुमति मांगी है | ताकि अधिकांश किसान अपनी मूंग समर्थन मूल्य पर बेच सकें | कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। ग्रीष्मकालीन मूंग की खरीदी के लिये सभी आवश्यक उपाय किये जायेंगे।
30 जिलों के किसानों को होगा लाभ
अगर मूंग की खरीदी शुरू होती है तो राज्य के 30 जिलों के किसानों को लाभ मिलेगा | भारत द्वारा घोषित समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग को पहले 27 जिलों के किसान बेच सकते थे लेकिन बाद में इसमें भोपाल, बुरहानपुर तथा श्योपुरकला जिलों को भी अब जोड़ दिया गया है | जिससे जिलों की संख्या 30 हो जाती है | यदि केंद्र सरकार अधिक मूंग खरीदी की अनुमति देती है तो इन जिलों के किसानों को लाभ मिलेगा |
क्या है मूंग का समर्थन मूल्य भाव
मध्य प्रदेश में ग्रीष्मकालीन मूंग की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जा रही है | ग्रीष्मकालीन मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य 7196 रूपये प्रति क्विंटल है |
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