Home विशेषज्ञ सलाह मिट्टी की उर्वरता को कैसे बनायें रखें

मिट्टी की उर्वरता को कैसे बनायें रखें

मिट्टी की उर्वरता को कैसे बनायें रखें

एक के बाद एक अधिक उपज देने वाली फसलें लेने से मिट्टी की उर्वरता शक्ति में कमी हो जाती है। धान की फसल जिसके लिए हम रासायनिक उर्वरकों का अधिक उपयोग करते हैं। जिससे खेती की उत्पादन लागत में वृद्धि होती है। तथा मिट्टी की रासायनिक संरचना भी गड़बड़ हो जाती है। एक स्वस्थ फसल लेने के लिए स्वस्थ मिट्टी का होना आवश्यक है। इसके लिए मिट्टी का प्राकृतिक तरीके से स्वस्थ होना आवश्यक है। मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने के लिए निम्नलिखित बातों को अमल में लाना होगा-

  1. फसलों के अनुक्रम में दालों की फसलों को अवश्य स्थान दे।
  2. गहरी जड़ों वाली फसलें लेने के बाद उथली जड़ों वाली फसलों को उगायें।
  3. अधिक पानी वाली फसलों को लेने के बाद कम पानी की आवश्यकता वाली फसलों को लगाया जाना चाहिए जैसे धान के बाद मटर, मसूर, सरसों और चना आदि।
  4. लंबी अवधि की फसलों को लेने के बाद, कम समय लेने वाली फसलों को लगाएं जैसे गेहूं के बाद दालों वाली फसलें।
  5. लंबी और जल्दी से बढ़ने वाली फसलों को लेने के बाद, बौनी फसलों को लगाएं जैसे गन्ने के बाद चारा फसलों को लेने से उर्वरता घटती है। जबकि गन्ने के बाद दालों वाली फसलें लेने से उर्वरता बढ़ती है।

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