रागी एवं सरसों बीज का अनुदान पर वितरण
इस वर्ष कई राज्यों में अधिक वर्षा एवं कम वर्षा के चलते किसानों की फसलों को काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में राज्य सरकारों के द्वारा विशेष अभियान चलाकर रबी सीजन की फसलों के बीज अनुदान पर देने के लिए योजनाएँ शुरू की गई हैं। इस कड़ी में उत्तर प्रदेश मंत्री परिषद ने अल्प वृष्टि/ कमजोर मानसून की स्थिति से निपटने के लिए राज्य पोषित प्रमाणित बीजों के वितरण पर अनुदान की योजना को मंजूरी दे दी है।
उत्तर प्रदेश मंत्री परिषद ने राज्य में किसानों को सूखे से राहत देने के लिए बीजों के वितरण पर अनुदान की योजना को स्वीकृति दे दी है। योजना के अंतर्गत किसानों को कम अवधि में पकने वाले सरसों एवं सामान्य सरसों तथा रागी के निःशुल्क बीज मिनी किट वितरण किए जाने की कार्य योजना के तहत 867 लाख रुपए की धनराशि की व्यवस्था प्रमाणित बीजों पर अनुदान के मद से किए जाने के प्रस्ताव को अनुमोदित कर दिया है।
किसानों को दिए जाएँगे निःशुल्क बीज
उत्तर प्रदेश सरकार ने योजना के तहत किसानों को बीज प्रमाणीकरण योजना के अंतर्गत आवश्यक किस्मों के बीज आदि के वितरण/ निःशुल्क वितरण हेतु मुख्य मंत्री की अधिकृत किया गया है। यह योजना वित्त वर्ष 2022-23 में विशेष कार्यक्रम के अंतर्गत अल्पकालीन सरसों एवं सामान्य सरसों तथा रागी के प्रमाणित बीजों के वितरण पर अनुदान दिया जायेगा। अल्पकालीन सरसों एवं सामान्य सरसों तथा रागी के निःशुल्क बीज मिनी किट का वितरण जनपदों में 25 प्रतिशत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के कृषकों को एवं शेष 75 प्रतिशत अन्य जाति के किसानों को किया जायेगा।
साथ ही योजना के तहत चयनित किसानों में 30 प्रतिशत महिला किसानों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इस सुविधा का लाभ कृषकों को “प्रथम आवक-प्रथम पावक” के आधार पर उपलब्ध कराया जायेगा।
किसानों को होगा 10 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर का लाभ
योजना के तहत किसानों को निःशुल्क सरसों एवं रागी के प्रमाणित बीजों के वितरण से इन फसलों की पैदावार में वृद्धि होगी, जिससे किसानों को काफी लाभ होने का अनुमान है। उत्तर प्रदेश सरकार की मानें तो योजना के क्रियान्वयन से लगभग 1,80,000 मीट्रिक टन रागी का उत्पादन प्राप्त होगा जिससे लाभार्थी किसानों को औसतन 10,000 रुपए प्रति हेक्टेयर का लाभ मिलेगा।
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