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अनुदान पर मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला खोलने के लिए 25 दिसंबर तक करें आवेदन

Application for opening a Laboratory for Soil Testing
प्रतीकात्मक चित्र

मिट्टी जाँच प्रयोगशाला खोलने हेतु आवेदन

फसलों की अच्छी पैदावार के लिए सेहतमंद मिट्टी का होना आवश्यक है, किसान मिट्टी की सेहत का पता मिट्टी की जाँच कराकर कर सकते हैं। मिट्टी की जाँच से किसानों को मिट्टी में उपलब्ध पोषक तत्वों की जानकारी मिलती है, जिससे किसान फसलों में खाद का छिड़काव कर सकते हैं। किसानों को मिट्टी की जाँच में असुविधा न हो इसके लिए सरकार अधिक से अधिक मिट्टी जाँच केंद्र खोलने पर ज़ोर दे रही है। इस कड़ी में राजस्थान में पंचायत स्तर पर मिट्टी जाँच केंद्र खोले जा रहे हैं।

राजस्थान के बारां जिले में अलगअलग पंचायत समिति मुख्यालय स्तर पर वर्ष 2023-24 के दौरान केन्द्रीय परिवर्तित योजना राष्ट्रीय कृषि विकास योजना RKVY-सॉयल हेल्थ एण्ड फर्टिलिटी अन्तर्गत पाँच ग्राम पंचायत समिति स्तर पर एकएक मिट्टी जाँच प्रयोगशाला (वीएलएसटीएल) स्थापित किया जाना है। जिसके लिये कृषि विभाग ने इच्छुक व्यक्तियों से आवेदन माँगे हैं। चयनित लाभार्थी को मिट्टी जाँच की प्रयोगशाला खोलने के लिए अनुदान के साथ ही मिट्टी जाँच करने पर प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

मिट्टी जाँच प्रयोगशाला हेतु कितना अनुदान दिया जाएगा?

राजस्थान के बारां जिले के संयुक्त निदेशक अतीश कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि मिट्टी की जाँच हेतु प्रयोगशाला (वीएलएसटीएल) की स्थापना हेतु योजना के अंर्तगत 1.50 लाख रुपए की एक बार की सहायता आवेदन के अनुमोदन होने के पश्चात भारत सरकार से बजट उपलब्ध होने के उपरान्त दी जाएगी। उद्यमी को फंड प्राप्ति के 15 दिवस के अंदर प्रयोगशाला उपकरणों, उपभोग्य सामग्री आदि के क्रय किये जाने की रसीद जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति को उपलब्ध करानी होगी।

मिट्टी जाँच के लिए दी जाएगी प्रोत्साहन राशि

संयुक्त निदेशक बारां ने योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वीएलएसटीएल की विश्लेषण क्षमता लगभग तीन हजार मिट्टी नमूनें प्रतिवर्ष होगी। नमूना विश्लेषण लागत राशि 300 रुपये प्रति नमूना की दर से योजना के तहत वहन की जाएगी। यदि 3000 नमूनों के अलावा 500 नमूनें अतिरिक्त जाँच हेतु दिए जाते हैं, तो ग्राम स्तरीय उद्यमी को 500 नमूनों के लिए राशि 20 रुपये प्रति नमूना की दर से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके पश्चात ग्राम स्तरीय उद्यमी द्वारा अतिरिक्त नमूनों की जाँच राज्य सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क राशि 5 रुपये प्रति नमूना पर करनी होगी।

यह व्यक्ति कर सकते हैं आवेदन?

ग्राम स्तरीय उद्यमी के लिए पात्र व्यक्ति युवा होना चाहिए, जिसकी उम्र 18 वर्ष से कम एवं 27 वर्ष से अधिक न हो व 10 वीं विज्ञान उत्तीर्ण एवं कम्प्यूटर का ज्ञान हो। वीएलएसटीएल हेतु स्वयं सहायता समूह, कृषक उत्पादक समूह, प्राथमिक कृषि साख समिति का भी नामांकन किया जा सकता है। उद्यमी समूह का स्वयं का भवन अथवा किराये का भवन (कम से कम 4 वर्ष की लीज एग्रीमेंट) होना चाहिए।

संयुक्त निदेशक अतीश कुमार शर्मा ने बताया कि पंचायत समिति मुख्यालय शाहबाद, अन्ता, किशनगंज, छिपाबड़ौद व अटरू में मिट्टी जाँच के लिए प्रयोगशाला स्थापित किया जाना है। अभी जिले की कुल 8 पंचायत समितियों में से 3 पंचायत समितियों बारां, मांगरोल व छबड़ा में मिट्टी परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित हैं।

अनुदान पर मिट्टी जाँच के लिए प्रयोगशाला हेतु आवेदन कहाँ करें?

इच्छुक व्यक्ति कार्यालय संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार, जिला परिषद, बारां से आवेदन फॉर्म प्राप्त कर इसके लिए 25 दिसम्बर 2023 तक आवेदन कर सकते है। प्राप्त प्रस्तावों में से जिला स्तरीय कार्यकारिणी समिति द्वारा स्क्रीनिंग करते हुए प्रत्येक पंचायत समिति हेतु एकएक प्रस्ताव राज्य स्तरीय क्रियान्वयन समिति द्वारा अंतिम रुप करने के लिए कृषि आयुक्तालय को प्रेषित किए जाएंगे। योजना से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए इच्छुक व्यक्ति अपने जिले के कृषि विभाग कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। 

4 COMMENTS

  1. हर पंचायत में मिट्टी जांच कारण की प्रयोगशाला की व्यवस्था होनी चाहिए जिसे हर किसान अपनी मिट्टी जांच कर सके क्योंकि किसान बुजुर्ग महिला अनपढ़ सारे ही किसान होते हैं इसलिए नजदीक होने के कारण सारे किसान सुविधा ले सकते हैं प्रखंड खुटौना जिला मधुबनी बिहार

    • जी सर अभी प्रखंड स्तर पर इसकी शुरुआत हो रही है जल्द ही पंचायतों में भी सुविधा दी जाएगी। आप कृषि सहायक की सहायता से मिट्टी की जाँच करा सकते हैं।

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