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रबी सीजन में राज्य के किसानों को दिया जायेगा 6,000 करोड़ रूपये का ब्याज मुक्त फसली ऋण

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6000 करोड़ रूपये का ब्याज मुक्त फसली ऋण का लक्ष्य

देश में रबी फसल की बुआई प्रारंभ होने में अभी समय है, परन्तु किसानों को सही समय पर ऋण उपलब्ध हो सके इसके लिए प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गई है | जहाँ देश में किसानों को फसल सम्बन्धी ऋणों की आवश्यकता पूर्ति के लिए किसान क्रेडिट कार्ड पर 4 प्रतिशत की दर से ऋण दिया जाता है वहीँ कुछ राज्य सरकारों द्वारा योजना के तहत सहकारी बैंकों से शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर अल्पकालीन ऋण दिया जाता है जिसे किसान रबी एवं खरीफ की फसलों के लिए ले सकते हैं | राजस्थान के किसानों को भी सहकारी बैंकों के माध्यम से जीरो प्रतिशत ब्याज दर पर अल्पकालीन ऋण दिया जाता है |

25 लाख किसानों को 6000 करोड़ रूपये का ब्याज मुक्त फसली ऋण देने का लक्ष्य

राजस्थान सरकार द्वारा इस वर्ष किसानों को सहाकरी ऋण देने के लिए लक्ष्य तय कर दिया गया है | सहकारिता मंत्री श्री उदयलाल आंजना ने बताया कि प्रदेश के किसानों को रबी-सीजन के लिए ब्याज मुक्त फसली ऋण वितरण की प्रक्रिया 1 सितम्बर से प्रारम्भ कर दी गई है। 31 मार्च 2021 तक रबी सीजन में 6000 करोड़ रूपये का ब्याज मुक्त फसली ऋण का लक्ष्य रखा गया है। वर्ष 2020-21 में राज्य के किसानों को 16 हजार करोड़ रूपये के अल्पकालीन फसली ऋण का लक्ष्य रखा गया है और 25 लाख से अधिक किसानों को ब्याज मुक्त फसली ऋण लाभान्वित किया जा रहा है। रबी सीजन के लिए जिलेवार ऋण राशि वितरण के लक्ष्य तय कर दिये है उन्होने बताया की रबी सीजन में केन्द्रीय सहकारी बैंक जयपुर सर्वाधिक 430 करोड़ रूपये फसली ऋण का वितरण करेगा ।

जिलेवार किसानों के लिए लक्ष्य तय

सहकारिता मंत्री ने बताया कि भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, सीकर एवं श्रीगंगानगर के केन्द्रीय सहकारी बैंक 300-300 करोड़ रूपये के ऋण वितरित करेंगे। इसी प्रकार जोधपुर में 290 करोड़ रूपये, हनुमानगढ़़ जिले में 260 करोड़ रूपये, झुंझुनू, जालौर एवं बाड़मेर जिलों में 250-250 करोड़ रूपये, झालावाड़ एवं नागौर के सीसीबी द्वारा 240-240 करोड़ रूपये के ऋण वितरण का लक्ष्य रखा गया है।

केन्द्रीय सहकारी बैंक कोटा एवं अलवर द्वारा 220 -220  करोड़ रूपये, पाली एवं बीकानेर जिलों में 200-200 करोड़ रूपये, उदयपुर, सवाईमाधोपुर, एवं अजमेर जिलों में 190-190 करोड़ रूपये, भरतपुर में 170 करोड़ रूपये, बूंदी एवं चूरू के द्वारा 150-150 करोड़ रूपये, दौसा में 140 करोड़ रूपये, बारां में 120 करोड़ रूपये, टोंक में 110 करोड़ रूपये, बांसवाड़ा एवं जैसलमेर के केन्द्रीय सहकारी बैंकों द्वारा 100-100 करोड़ रूपये, सिरोही में 90 करोड़ रूपये तथा डूंगरपुर में 50 करोड़ रूपये के फसली ऋण वितरण के लक्ष्य निर्धारित किये गये है।

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