किसानों को फसल बीमा योजना, समर्थन मूल्य योजना सहित अन्य योजनाओं का लाभ फसलों की गिरदावरी के अनुसार दिया है। इसके लिए सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष रबी, खरीफ एवं जायद सीजन की फसलों की गिरदावरी की जाती है। इस वर्ष मध्य प्रदेश सरकार द्वारा फसलों की गिरदावरी का काम युवाओं से कराया जा रहा है ताकि समय पर सर्वेक्षण का काम पूरा हो सके और युवाओं को रोजगार मिलें।
मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में राज्य शासन द्वारा दिये गए दिशा निर्देशानुसार फसलों की गिरदावरी के लिए अब युवाओं को भी जोड़ा जायेगा। इसके लिए इच्छुक युवाओं से ऑनलाइन आवेदन मंगाये गये है। फसलों की मध्यप्रदेश भू-अभिलेख नियमावली के अनुसार फसल गिरदावरी कार्य वर्ष में 03 बार (मौसम खरीफ/ रबी/ जायद) में सारा एप के माध्यम से की जाती है। जिसका उपयोग उपार्जन, फसल बीमा आदि योजनाओं में सतत् रूप से किया जाता है।
फोटो खींचकर किया जाता है फसलों का सर्वेक्षण
फसल गिरदावरी कार्य में पारदर्शिता लाने हेतु भारत सरकार द्वारा डिजिटल क्रॉप सर्वे का कार्य प्रारंभ किया गया है। यह प्रत्येक मौसम हेतु लगभग 45 दिन की कार्यवाही होती है। जिसमें जिओ फेंस (पार्सल लेवल) तकनीक के माध्यम से खेत में बोई गई फसल का फोटो खींचकर फसल सर्वेक्षण का कार्य नियत अंतराल में पूर्ण किया जाएगा। फसलों के सर्वे यानि की गिरदावरी के लिए युवाओं को निर्धारित मापदंड के अनुसार राशि का भुगतान भी किया जाएगा।
गिरदावरी के काम के लिए आवेदन कहाँ करें?
इस योजना में मौसम रबी 2024-25 डिजिटल क्रॉप सर्वेक्षण हेतु सर्वेयर पंजीयन किए जा रहे है। उक्त कार्य हेतु ग्राम के स्थानीय युवा/ निकटतम ग्राम पंचायत के निवासी जिनकी आयु 18 वर्ष से 40 वर्ष के मध्य हो MPBHULEKH पोर्टल पर पंजीयन के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसमें आधार OTP से पंजीकरण भू-लेख पोर्टल के माध्यम से होगा पटवारी द्वारा ग्राम आवंटन किया जाएगा।
युवा द्वारा सारा एप के माध्यम से कार्य संपादित किया जायेगा। जिनकी न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता कक्षा 8 वीं उतीर्ण निर्धारित की गई है तथा उनके पास मोबाईल फोन (Android वर्जन 6+) में इंटरनेट उपलब्ध होना जरूरी है। पंजीयन कार्य हेतु युवाओं को निर्धारित राशि का भुगतान भी किया जायेगा।