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मंगलवार, अप्रैल 16, 2024
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राज्य में 3 महीने के अंदर 17 लाख से अधिक गौ-भैंस वंशीय बछियों को लगाया गया ब्रुसिलोसिस रोग का टीका

ब्रुसिलोसिस रोग का टीकाकरण

पशुओं में होने वाले बहुत से रोगों को सही समय पर टीकाकरण कर उन्हें भविष्य में होने वाले रोगों से बचाया जा सकता है, जिसके लिए सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत कई रोगों की रोकथाम के लिए निःशुल्क टिकाकरण किया जाता है। मध्यप्रदेश में राज्य के गौ-भैंस वंशीय बछियों के टीकाकरण के लिए राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत एक जनवरी से 31 मार्च 2022 तक ब्रूसेल्ला टीकाकरण कार्यक्रम चलाया गया। इसमें 4 से 8 माह की गौ-भैंस वंशीय बछियों का टीकाकरण कराया गया।

17 लाख से अधिक पशुओं का किया गया टीकाकरण

मध्यप्रदेश के पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्री प्रेमसिंह पटेल ने बताया कि राज्य में इस दौरान 17 लाख 41 हजार 970 टीकाकरण की जानकारी ईनॉफ पोर्टल पर दर्ज कराई है, जो राष्ट्र में सर्वाधिक है। इसके अलावा प्रदेश में 2 करोड़ 76 लाख 63 हजार 968 गौ-भैंस वंशीय पशुओं को यूआईडी टैग्स लगाये गये हैं। इनका पंजीकरण भी ईनॉफ पोर्टल पर किया गया है। यह संख्या भी देश में सर्वाधिक है।

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मंत्री श्री पटेल ने बताया कि भारत सरकार द्वारा प्रदेश को 22 लाख 55 हजार ब्रुसेल्ला टीका द्रव्य उपलब्ध कराया गया है। देश में राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत सभी राज्यों में ब्रूसेल्ला टीकाकरण कार्यक्रम क्रियान्वित किया जा रहा है।

क्या होता है ब्रुसिलोसिस रोग

ब्रुसिलोसिस रोग गौ-भैंस वंशीय पशुओं में प्रजनन संबंधी बीमारी है, जो ब्रुसिलोसिस एबॉर्टस जीवाणु के कारण होती है। रोग के लक्षणों में बुखार, गर्भावस्था के अंतिम चरण में गर्भपात, बाँझपन, हीट में देरी, लेक्टेशन में बाधा आदि से बछियों की हानि और दूध उत्पादन में कमी होती है। 4 से 8 माह की गौ-भैंस वंशीय बछियों का जीवनकाल में एक बार टीकाकरण कर उन्हें ब्रुसिलोसिस रोग से बचाया जा सकता है। यह रोग पशुओं से मनुष्यों में भी फैल जाता है। इस रोग के प्रभाव से पुरूष एवं स्त्रियों में प्रजनन संबंधी समस्या हो सकती है। इस रोग को किसी उपचार के अभाव में टीकाकरण द्वारा ही रोका जा सकता है।

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