कृषि में सिंचाई का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। एक वर्ष में एक से अधिक फसल लेने के लिए खेतों में सिंचाई के साधनों का होना बहुत जरूरी है। जिसको देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य के ऐसे इलाकों में जहां नहरों के माध्यम से सिंचाई की सुविधा उपलब्ध नहीं है। वहां सौर सुजला योजना एवं किसान समृद्धि योजना अथवा सामान्य नलकूप योजना के माध्यम से किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए खेतों में नलकूप की स्थापना के लिए अनुदान सहायता दी जा रही है।
छत्तीसगढ़ राज्य में सौर सुजला योजना को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस योजना के तहत ऐसे इलाके जहां परम्परागत बिजली सुविधा नहीं है, वहां सौर सुजला के नलकूप से किसानों को सिंचाई के लिए सहजता से पानी मिल जाता है। सौर सुजला योजना ने किसानों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने में बहुत मददगार साबित हो रही है।
सोलर पम्पों में किया जा रहा है ऑटोमेशन तकनीक का उपयोग
सरकार द्वारा चलाई जा रही सौर सुजला योजना में ऑटोमेशन तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, जिससे यह योजना किसानों के लिए और उपयोगी बन गई है। सिंचाई के लिए पम्प को चालू और बंद करने के लिए किसानों को अब खेत में जाकर पम्प चालू करने की जरूरत नहीं रही है। किसान अपने घर में ही या किसी दूसरे शहर में वह अपने मोबाईल के माध्यम से सौर सुजला के सिंचाई को आवश्यकता के अनुरूप चालू और बंद करके अपने खेत में सिंचाई का प्रबंधन कर सकता है।
दुनिया के किसी भी कोने से सोलर पम्प को किया जा सकता है संचालित
छत्तीसगढ़ में कृषि क्षेत्र में सौर ऊर्जा और ऑटोमेशन तकनीक का मेल किसानों के लिए बेहद उपयोगी साबित हो रहा है। क्रेडा (छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण) ने सौर पंप ऑटोमेशन तकनीक का सफल प्रयोग कर किसानों को नई सुविधा प्रदान की है। किसान अपने खेत में सोलर पंप को दुनिया के किसी भी कोने से मोबाइल के माध्यम से संचालित कर सकते हैं। क्रेडा द्वारा सौर पंपों में इंटरनेट ऑफ थिंग्स आधारित ऑटोमेशन तकनीक जोड़ी गई है। यह तकनीक किसानों को अपने पंपों को दूरस्थ रूप से चालू और बंद करने की सुविधा देती है। इसके लिए केवल एक मोबाइल ऐप की जरूरत होती है। किसान अपने खेत पर शारीरिक रूप से मौजूद हुए बिना, कहीं से भी सिंचाई प्रबंधन कर सकते हैं।
सौर ऊर्जा के लिए तैयार किया गया है एप
क्रेडा द्वारा किसानों के सौर सुजला सिंचाई पम्प संबंधी समस्याओं के निदान के लिए सौर समाधान मोबाइल ऐप तैयार किया गया है। इस ऐप के माध्यम से किसानों शिकायतों का निवारण जिला या प्रधान कार्यालय स्तर पर किया जाता है। क्रेडा की यह पहल छत्तीसगढ़ के किसानों को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ रही है। यह नवाचार कृषि क्षेत्र में दक्षता और उत्पादकता को भी बढ़ावा दे रहा है।