किसानों के लिए राहत भरी खबर है, सरकार ने गेहूं खरीद की अवधि को 5 मई 2025 से बढ़ाकर 9 मई 2025 तक कर दिया है। ऐसे में जिन किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य यानि की MSP पर गेहूं बेचने के लिए पंजीयन कराया है वे किसान अब 9 मई तक अपनी गेहूं की उपज बेच सकते हैं। इस कड़ी में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 6 मई के दिन रबी उपार्जन अंतर्गत गेहूं उपार्जन की समीक्षा बैठक आयोजित की।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि हम पिछले वर्ष का रिकार्ड तोड़ते हुए इस वर्ष 81 लाख मैट्रिक टन गेंहू उपार्जन लक्ष्य की ओर अग्रसर हैं। बता दें कि इस वर्ष गेहूँ का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपये प्रति क्विंटल है जिस पर राज्य सरकार द्वारा 175 रुपए प्रति क्विंटल बोनस दिया जा रहा है। इस तरह से एमपी में गेहूँ की खरीदी 2600 रुपए प्रति क्विंटल की दर से की जा रही है।
किसान स्लॉट बुकिंग से ना रहें वंचित
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि गेहूँ खरीद के लिए कोई भी किसान स्लॉट बुकिंग से वंचित नहीं रहे और बुकिंग वाले सभी किसानों का गेंहू उपार्जित किया जाए। किसानों को कोई परेशानी न हो इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए। उपार्जन केंद्रों पर किसी प्रकार की अनियमितता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अब तक 8 लाख 87 लाख से हजार से अधिक पंजीकृत किसानों से 76.60 लाख मीट्रिक टन गेंहू उपार्जित हुआ है। किसानों को 5 मई तक 16 हजार 472 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है।
15 लाख से अधिक किसानों ने कराया है पंजीयन
बैठक में जानकारी दी गई की वर्ष 2025-26 में 34 लाख 93 हजार एकड़ रकबे में हुए गेंहू उपार्जन के लिए 15 लाख 44 हजार किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है। प्रदेश में 3 हजार 620 उपार्जन केंद्र स्थापित किए गए। स्लॉट बुकिंग से शेष किसानों की बुकिंग के लिए पोर्टल पर सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इन किसानों से गेंहू का उपार्जन 9 मई तक किया जाएगा।