किसानों को गेहूं का उचित मूल्य मिल सके इसके लिए सरकार द्वारा गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी की MSP पर ख़रीद की जा रही है। इसके अलवा मध्य प्रदेश सरकार द्वारा गेहूं के समर्थन मूल्य के अतिरिक्त किसानों को 175 रुपये का बोनस दिया जाएगा। जिसके चलते किसानों में काफी उत्साह है। इस साल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए लगभग 14 लाख किसानों ने पंजीयन कराया है और इसके अलावा अभी भी किसानों की पंजीयन प्रक्रिया जारी है।
इस वर्ष सरकार द्वारा गेहूँ की समर्थन मूल्य खरीद पर दिए जा रहे बोनस से किसानों में काफी उत्साह है। इस वर्ष अभी तक न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूँ की बिक्री के लिये रिकॉर्ड 13 लाख 98 हजार किसानों ने पंजीयन करवाया है। पंजीयन की अंतिम तारीख 31 मार्च है। बता दें कि गेहूँ का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपए है और राज्य सरकार द्वारा 175 रुपये प्रति क्विंटल बोनस दिया जा रहा है। इस तरह से गेहूँ की खरीदी 2600 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की जा रही है।
अभी 74 हजार से अधिक किसानों से की गई गेहूं की खरीद
मध्य प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने बताया है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर प्रदेश में अभी तक 74697 किसानों से 5 लाख 80 हजार 711 मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया जा चुका है। किसानों को उपार्जित गेहूँ का भुगतान भी लगातार किया जा रहा है। अभी तक 757 करोड़ 36 लाख रुपये का भुगतान किसानों को किया जा चुका है।
इसमें जिला उज्जैन में 1 लाख 19 हजार 535, सीहोर में 83735, देवास में 60456, शाजापुर में 60282, इंदौर में 42765, भोपाल में 38640, राजगढ़ में 36457, मंदसौर 25292, आगर मालवा में 23604, धार में 20564, विदिशा में 19593, हरदा में 13451, खण्डवा में 11082, रतलाम में 10857, नीमच में 3351, नर्मदापुरम में 3307, झाबुआ में 2965, रायसेन में 2708, बैतूल में 1000, दमोह में 460, खरगौन में 329, गुना में 252, सागर में 22 और अलीराजपुर में 4 मीट्रिक टन गेहूँ की खरीद की जा चुकी है।
MSP पर गेहूं बेचने के लिए किसान कराएं स्लॉट बुकिंग
जिन किसानों ने समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए पंजीकरण करा लिया है वे किसान खरीद केंद्र पर उपज बेचने के लिए स्वयं के मोबाईल, एमपी ऑनलाइन, सीएससी, ग्राम पंचायत, लोकसेवा केन्द्र, इंटरनेट कैफे एवं उपार्जन केन्द्र से स्लॉट बुकिंग करा सकते हैं। स्लॉट बुकिंग के लिए कृषक के ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत मोबाईल पर ओटीपी भेजा जाएगा। जिसे पोर्टल पर दर्ज करना होगा। स्लॉट बुकिंग उपार्जन के अंतिम 10 दिवस को छोड़कर की जा सकेगी एवं स्लॉट की वैधता 07 कार्य दिवस होगी। कृषक द्वारा विक्रय की जाने वाली संपूर्ण उपज की स्लॉट बुकिंग एक समय में ही करना होगी।