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मधुमक्खी के काटने पर अपनाएं यह देसी घरेलु उपचार

मधुमक्खी के काटने पर घरेलू उपचार

देश में मधुमक्खी के काटने की घटना भी आम है, ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में आप कहीं भी रहते हों मधुमक्खी के छत्ते सभी जगह पाए जाते हैं | जिससे मधुमक्खी के काटने की सम्भावना बनी रहती है | मधुमक्खी के काटने पर असहनीय दर्द होता है इसके अलावा कुछ लोगों को इससे एलर्जिक रिएक्शन भी होने की सम्भावना रहती है | इसके अलावा जो किसान मधुमक्खी पालन कर रहे हैं उनके लिए यह खतरा ओर भी बढ़ जाता है | मधुमक्खियों का विष एक बहुत ही सक्रिय जैविक पदार्थ है जो श्रमिक मधुमक्खी की विष थैली में एकत्रित होती है और डंक से जुड़ा रहता है | यह डंक श्रमिक मधुमक्खी के उदर के अंतिम भाग में होता है |

इसका प्रयोग श्रमिक मधुमक्खियाँ अपने या वंश के शत्रुओं अथवा अन्य किसी खतरे से बचाव के लिए करती है | इस डंक के द्वारा मधुमक्खियाँ मौन विष छोडती हैं | चिकित्सा–विज्ञान में मधुमक्खी के विष को सदियों से चमत्कारी एवं रहस्यपूर्ण माना गया है तथा औषधियों के रूप में इसकी शक्ति विलक्षण समझी जाती है | यह विभिन्न प्रकार के आँख एवं त्वचा संबंधी रोगों तथा मलेरिया के उपचार के लिए एक महत्वपूर्ण दवा मानी गयी है | किसान समाधान आपके लिए मधुमक्खी के काटने पर होने वाले दर्द से कैसे घर पर ही राहत पायें इसकी जानकारी लेकर आया है | 

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मधुमक्खी के काटने पर अपनाएं यह घरेलू उपचार

मधुमक्खी या कोई जहरीला कीड़ा जब जाने – अनजाने में किसी को डंक मार देता है तो उस समय जो असहनीय दर्द और तकलीफ उस व्यक्ति को होती है उसका अंदाजा लगाना काफी मुश्किल है | लेकिन यदि समय पर इसके डंक को निकाल दिया जाए और कुछ घरेलू उपाय किए जाएं तो इस तकलीफ से निजात पाई जा सकती है |

  • सबसे पहले जितनी जल्दी हो मक्खी का डंक निकाल दें क्योकि जितनी जल्दी डंक निकलेगा, जहर का असर उतना ही कम होगा | डंक निकालने के बाद उस जगह को किसी एंटीसेप्टिक लोशन से साफ़ कर कोई एंटीसेप्टिक क्रीम लगा दें |
  • डंक वाली जगह पर बर्फ लगाने से दर्द में राहत मिलती है | बर्फ ठंडी होने की वजह से जहर ज्यादा फैलता नहीं है |
  • सिरके के इस्तेमाल से दर्द, सूजन और खुजली में राहत मिलती है और जहर का असर कम हो जाता है |
  • बेकिंग सोडा में अल्कलाइन पाया जाता है जो जहर के असर को कम करने में मदद करता है | इसे पानी में मिलाकर लगाने से दर्द, खुजली और सूजन से राहत मिलती है |
  • जहर को फैलने से रोकने के लिए शहद को भी उस जगह पर लगाया जा सकता है | मधुमक्खी काट लेने पर शहद का इस्तेमाल करना बहुत ही फायदेमंद होता है क्योंकि इसका एंटी – बैक्टीरियल गुण इंफैक्शन को बढने नहीं देता |
  • जब व्यक्ति को डंक लग जाए तो तुरंत उसे 2 से 3 गिलास पानी पीला दें | इससे भी कभी आराम मिलता है |
  • गेंदे के फूल के रस में एंटीफंगल तत्व पाए जाते हैं | इसके फूल के रस को मधुमक्खी के डंक वाली जगह पर सीधा लगाने से जलन और सूजन में आराम मिलता है |
  • एलोवेरा में औषधीय गुण होते हैं, जो सूजन और दर्द को कम करते हैं। मधुमक्खी के काटे हुए स्थान पर एलोवेरा लगाने से घाव नहीं बनेगा और दर्द खत्म हो जाएगा। एलोवेरा लगाने पर उस स्थान को ठंडक मिलेगी जिससे सूजन जैसी समस्या नहीं होगी।
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