ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन किसानों की दैनिक आमदनी के साथ ही रोजगार सृजन के लिए उपयुक्त साधन है। जिसको देखते हुए सरकार द्वारा पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। इस कड़ी में राजस्थान के पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन ना केवल रोजगार का प्रमुख साधन है बल्कि इससे जुड़े आर्थिक और सामाजिक पहलू भी इस क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण हैं।
पशुपालन मंत्री ने कहा कि राजस्थान देश का दूसरा सबसे अधिक पशुधन उपलब्ध कराने वाला राज्य है। रेगिस्तानी इलाकों में पशुपालन न केवल दूध बल्कि मांस, बाल और उनके फर आजीविका का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। राज्य सरकार भी पशुपालकों के उत्थान के लिए संकल्पित होकर कार्य कर रही है। पशुपालन मंत्री ने यह बात पाली जिले के सुमेरपुर क्षेत्र के गांव रोजड़ा में आयोजित समारोह में कही।
पशुपालन में शुरू हुए स्टार्टअप
पशुपालन मंत्री ने कहा कि पशुपालन अब स्टार्टअप के रूप में उभरकर सामने आ रहा है, जिसकी वजह से राज्य की अर्थव्यवस्था में पशुपालन का महत्वपूर्ण योगदान हो गया है। उन्होंने कहा कि पशुपालन के क्षेत्र में आ रही सभी समस्याओं के समाधान के लिए राज्य सरकार सदैव तैयार है, जिसका पशुपालकों को लाभ लेना चाहिए।
पशुओं को समय पर उपचार मिले इसके लिए प्रदेश में 536 मोबाइल वेटनरी इकाई शुरू की गई है। इसके लिए पशुपालक इस वैन को घर पर बुलाकर ही अपने बीमार पशु का निःशुल्क उपचार करवा सकता है। इसके अलावा पशु चिकित्सकों, पशुधन सहायक, पशु परिचर की कमी को दूर करने के लिए 724 पशु चिकित्सा अधिकारी, 5934 पशुधन परिचर व 2041 पशुधन सहायकों की भर्ती की जा रही है।
सभी ग्राम पंचायतों में खोले जाएंगे पशु चिकित्सालय
पशुपालन मंत्री ने कहा कि पशु चिकित्सालयों के सुदृढीकरण हेतु प्रदेश के 25 प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालयों को बहु-उद्देश्य पशु चिकित्सालयों में, 19 को प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय तथा 101 पशु चिकित्सा उप केंद्रों को पशु चिकित्सालयों में क्रमोन्नत किया गया है। उन्होंने कहा कि हर ग्राम पंचायत स्तर पर पशु चिकित्सालय खोलने के उद्देश्य से सरकार कार्य कर रही है। सुमेरपुर विधानसभा क्षेत्र की हर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर पशु चिकित्सालय खोलने की मंजूरी मिल चुकी है। इनमें से जिन ग्राम पंचायतों में भूमि के पटटे जारी हो चुके हैं वहां भवन निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई, जिनमें पट्टे शेष हैं वहां कार्यों में तेजी लाई जाएगी।