28.6 C
Bhopal
बुधवार, अप्रैल 23, 2025
होमकिसान समाचारइस योजना में बिजनेस शुरू करने के लिए मिलता है 10...

इस योजना में बिजनेस शुरू करने के लिए मिलता है 10 लाख रुपये का अनुदान, सरकार ने बढ़ाई योजना की अवधि

किसानों की आमदनी बढ़ाने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएँ चलाई जा रही है। इसमें खाद्य प्रसंस्करण से संबंधित उद्योग स्थापित करने के लिए देशभर में  सरकार द्वारा “प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना” चलाई जा रही है। इस योजना के तहत तहत अभी तक मध्यप्रदेश राज्य में अच्छा काम हुआ है, जिसको देखते हुए राज्य में इस योजना की अवधि को एक साल के लिए बढ़ा दिया है।

इस संबंध में राज्य के उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने कहा है कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश, देश के अग्रणी राज्यों में है। प्रदेश की इस उपलब्धि को देखते हुए केन्द्र सरकार द्वारा मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना की अवधि एक वर्ष बढ़ाई गई है। मध्यप्रदेश में पीएमएफएमई योजना वर्ष 2020-21 से 2024-25 तक 5 वर्षों के लिए लागू की गई थी।

यह भी पढ़ें:  सब्सिडी पर लगाए जाएंगे एक लाख सोलर पम्प, ऐसे करें आवेदन

420 औद्योगिक इकाइयों को दिया गया बैंक ऋण

प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए केन्द्रीय खाद्य प्र-संस्करण मंत्रालय द्वारा मध्यप्रदेश में योजना के क्रियान्वयन अवधि को 31 मार्च 2026 तक बढ़ा दिया है। इस योजना के तहत मध्यप्रदेश में 420 औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के लिये बैंकों द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है, जो एक रिकार्ड है।

खाद्य प्रसंस्करण इकाई के लिए दिया जाता है 10 लाख रुपये का अनुदान

प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना के माध्यम से खाद्य प्र-संस्करण उद्योग इकाइयों की स्थापना के लिए निजी और समूह को 35 प्रतिशत या अधिकतम 10 लाख रूपये का अनुदान दिया जाता है। इससे प्रेरित होकर प्रदेश में कृषि/उद्यानिकी के क्षेत्र में युवा स्वयं की औद्योगिक यूनिट स्थापना के लिए प्रेरित हुए है। प्रदेश में खाद्य प्र-संस्करण इकाइयों की स्थापना के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित कमेटी के माध्यम से प्रस्तावों का परीक्षण किया जाता है, इसके उपरांत ही केन्द्रीय इंटरमिनिस्ट्रियल इम्पावर कमेटी को प्रस्ताव भेजे जाते है। योजना में प्राप्त 917 प्रकरणों में से 420 प्रकरणों की स्वीकृति प्राप्त कर मध्यप्रदेश, देश में अग्रणी राज्य बना है।

यह भी पढ़ें:  किसानों को फ्री में दिए जाएँगे 7.5 लाख बायो डीकंपोजर
download app button
whatsapp channel follow

Must Read

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
यहाँ आपका नाम लिखें

Latest News