ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराने के साथ ही किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा कई प्रयास किए जा रहे हैं। इस कड़ी में किसानों को अब मनरेगा योजना के तहत पशु शेड निर्माण, सिंचाई के लिए कूप निर्माण, तालाब निर्माण आदि कार्य भी किए जा रहे हैं। जिससे ना केवल ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार का सृजन हो रहा है बल्कि किसानों को भी खेती-किसानी के कामों में सुविधा मिल रही है।
इस कड़ी में छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के जनपद पंचायत लखनपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत मुटकी के किसान शेषराम ने मनरेगा योजना के तहत अपने खेत में कूप का निर्माण कराया है। पहले किसान को बारिश के पानी पर ही निर्भर रहना पड़ता था। ऐसे में वे बस बरसात के समय में फसल ले पाते थे। अब खेत में कुएँ का निर्माण होने से उन्हें खेती के लिए भरपूर पानी मिल रहा है और अब खेत में बरसात के बाद भी अन्य फसलें लगाने लगे हैं।
मनरेगा योजना के तहत कूप निर्माण के लिए मिली 2.99 लाख रुपये
किसान ने जानकारी देते हुए बताया कि मनरेगा तकनीकी सहायक से उन्हें योजना के तहत कूप निर्माण में सहयोग की जानकारी मिली। तो उन्होंने तुरंत आवेदन कर दिया। किसान ने महात्मा गांधी नरेगा योजना (मनरेगा) के तहत कुआं निर्माण हेतु ग्राम पंचायत में आवेदन किया था जिस पर ग्राम के तकनीकी सहायक द्वारा तकनीकी प्राक्कलन तैयार कर जनपद से जिले को भेजा गया और फिर वहां से कुएं के निर्माण के लिए उन्हें 2.99 लाख रुपए की राशि की स्वीकृति प्राप्त हुई।
कूप निर्माण हो जाने से अब उनके खेत हरे-भरे हो गए हैं। किसान शेषराम के पास 3 एकड़ भूमि है, जो अब सिंचित हो गई है, किसान शेषराम का कूप निर्माण रोजमर्रा की जल निस्तारी में भी काम आता है। वर्तमान में उन्होंने अपने खेतों में मटर एवं गेहूँ की फसल लगाई है। इस कूप निर्माण से 279 मानव दिवस का सृजन हुआ। उन्होंने इस योजना के लिए शासन एवं सहयोग के लिए जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
बता दें महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना ग्रामीणों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। योजना से एक वित्तीय वर्ष में अकुशल परिवारों को 100 दिवस कार्य की गांरटी मिलती है, इसके साथ ही यह योजना ग्रामीणों को विभिन्न प्रकार की व्यक्तिगत आजीविका मूलक परिसम्पत्तियों को निर्मित करने में सहयोग प्रदान कर रही है।