मशरूम उत्पादन और मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण
मशरूम उत्पादन तथा मधुमक्खी पालन दोनों छोटे किसानों के लिए आमदनी एवं स्वरोजगार का अच्छा जरिया है | किसान कम भूमि में अनाज की खेती से ज्यादा मुनाफा नहीं कमा सकते हैं इसलिए पशुपालन, मधुमक्खी पालन, मछली पालन तथा मशरूम की खेती से ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं | इन सभी कार्यों के लिए भूमि की बहुत कम जरूरत होती है और साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार भी उत्पन्न होता है, इसलिए सरकार द्वारा इनके प्रशिक्षण एवं आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जाती है |
राज्य तथा केंद्र सरकार किसानों के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत किसानों एवं युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करती है | इसी कड़ी में मधुमक्खी पालन तथा मशरूम उत्पादन के लिए हरियाणा के चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविध्यालय के द्वारा राज्य के युवक तथा युवतियों को प्रशिक्षण दिया जा रह है | इसके लिए इच्छुक युवक तथा युवतियों से आवेदन आमंत्रित किए गए हैं |
क्या है मशरूम उत्पादन एवं मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण कार्यक्रम
चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार के सायना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी, प्रशिक्षण एवं शिक्षा संस्थान के सह-निदेशक डॉ.अशोक कुमार गोदारा ने बताया की इस संस्थान को भारत सरकार की राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत एक परियोजना के तहत हरियाणा के अनुसूचित जाति/ जनजाति वर्ग के युवकों तथा युवतियों को स्वावलंबी बनाने हेतु पांच दिवसीय व्यावसायिक प्रशिक्षणों का आयोजन किया जाना है तथा इसके लिए तीन प्रशिक्षण मशरूम उत्पादन तकनीक और तीन प्रशिक्षण मधुमक्खी पालन पर आयोजित किए जाएंगे |
परियोजना के तहत हरियाणा के अनुसूचित जाति/ जनजाति वर्ग के युवकों तथा युवतियों को विश्वविद्यालय में उपलब्ध वित्तीय सहायता के अनुरूप प्रशिक्षण के बाद प्रशिक्षणार्थियों को इसे एक व्यवसाय के रूप में शुरू करने के लिए उससे सम्बन्धित उचित समान देने का भी प्रावधान है | जिससे वो इसे एक व्यवसाय के रूप में अपनाकर स्वावलंबी बन सकें | इसके अलावा मशरूम उत्पादक तकनीक पर प्रशिक्षण के इच्छुक उम्मीदवारों को लगभग 100 मशरूम खाद के बैगों को रखने के लिए झोपडी या कच्चा/पक्का कमरा होना पहले सुनिश्चित करना होगा |
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज़?
मशरूम उत्पादन तकनीक तथा मधुमक्खी पालन पर प्रशिक्षण अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के लिए है, इसलिए आवेदन के समय जाति प्रमाण पत्र जरुर लगाएं | इसके अलावा विभिन्न प्रकार के दस्तावेज रहना जरुरी है जो इस प्रकार है :-
- जाति प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- परिवार पहचान पत्र
- शेक्षणिक योग्यता
- फोटो
- दसवीं का प्रमाण पत्र
प्रशिक्षण के लिए कहाँ करें आवेदन ?
राज्य के इच्छुक युवक एवं युवतियां 7 जनवरी 2021 तक अपना फ़ार्म भर सकते हैं, इसके बाद आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे | इस प्रशिक्षण के लिए केवल वही युवक या युवती आवेदन करें जो इसे एक व्यवसाय के रूप में शुरू करने के इच्छुक हों| इच्छुक उम्मीदवार चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविध्यालय हिसार के सायना नेहवाल कृषि प्रौधोगिकी, प्रशिक्षण एवं शिक्षा संस्थान जो विश्वविध्यालय के गेट नंबर – 3, लुदास रोड पर स्थित है पर जाकर आवेदन कर सकते हैं |