हरियाली अमावस्या के दिन छत्तीसगढ़ में धूमधाम से हरेली पर्व मनाया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राजधानी रायपुर स्थित अपने निवास में आयोजित हरेली तिहार कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वहाँ मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों की खुशहाली और समृद्धि हमारी सरकार का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान राज्य है, यहां की 80 प्रतिशत आबादी का जीवन-यापन कृषि पर निर्भर है। किसानों के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय लेकर खेती-किसानी को समृद्ध बनाने का काम किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर कृषि ऋण जैसी सुविधाएं सुलभ करायी गई। किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी की जा रही है। छत्तीसगढ़ के किसानों को प्रति क्विंटल 3100 रुपये का मूल्य मिल रहा है, जो देश में सर्वाधिक है।
किसानों को दिए गए कृषि यंत्र
मुख्यमंत्री निवास में हरेली पर्व पर रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन हुआ। छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति के पहले पर्व “हरेली” पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपनी धर्मपत्नि कौशल्या देवी साय के साथ गौरी-गणेश पूजा कर भगवान शिव का अभिषेक किया। मुख्यमंत्री ने कृषि कार्य में प्रयुक्त होने वाले नांगर, रापा, कुदाल व कृषि यंत्रों की विधिवत पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की ख़ुशहाली एवं सुख-समृद्धि की कामना की
मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर कृषि विभाग द्वारा वहां लगायी गयी उन्नत कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और अनुदान पर 23 किसानों को ट्रेक्टर और हार्वेस्टर की चाबी और अन्य कृषि उपकरण प्रदान किए।