back to top
गुरूवार, अप्रैल 18, 2024
होमकिसान समाचारगन्ना किसानों की सहायता के लिए जारी किया गया टोल फ्री नम्बर

गन्ना किसानों की सहायता के लिए जारी किया गया टोल फ्री नम्बर

गन्ना किसानों के लिए टोल फ्री नम्बर शुरू

रोज़ाना किसानों को गन्ने की खेती से जुड़ी विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जिसको देखते हुए उत्तर प्रदेश चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग ने किसानों की समस्या के समाधान के लिए टोल फ्री नम्बर की व्यवस्था की गई है जो अब 24*7 काम करेगा। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास संजय आर. भूसरेड्डी ने प्रदेश के गन्ना किसानों को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित टोल फ्री कंट्रोल रूम समर्पित किया है।

गन्ना किसानों की समस्याओं के त्वरित एवं प्रभावी समाधान हेतु गन्ना विकास विभाग के मुख्यालय पर यह कंट्रोल रूम (टोल-फ्री) की स्थापना की गई है। टोल-फ्री कॉल सेंटर को एन.कम्प्यूटिंग सिस्टम, इ.पी.बी.एक्स., इंटरकॉम एवं वेब बेस्ड सॉफ़्टवेयर जैसी आधुनिक सुविधाओं को जोड़ा गया है। जिससे अब “टोल-फ्री नंबर 1800-121-3203″ पर अनुभवी एवं दक्ष कार्मिकों द्वारा गन्ना किसानों को 24 घंटे अनवरत सहायता प्रदान की जाएगी।

यह भी पढ़ें   सरकार ने टमाटर के भाव में की कटौती, अब इस भाव पर मिलेंगे टमाटर

किसानों को मिलेगी 24*7 सुविधा

कंट्रोल रूम से सम्बंधित विस्तृत जानकारी देते हुए श्री भूसरेड्डी ने बताया कि टोल-फ्री कंट्रोल रूम के कार्मिकों की कार्यप्रणाली को और मजबूत किए जाने के दृष्टिगत कंट्रोल रूम को उच्च तकनीकी सुविधाओं से जोड़ा गया है, जिसके फलस्वरूप कंट्रोल रूम कार्मिकों द्वारा 24*7 गन्ना किसानों की जिज्ञासाओं का समाधान और गुणवत्तापूर्ण तरीक़े से किया जा सकेगा। कंट्रोल रूम में टोल फ्री नम्बर पर कॉल करने वाले गन्ना किसानों को कोई असुविधा ना हो, इस हेतु कंट्रोल रूम कार्मिकों के अवकाश की अवधि में कार्य करने के लिए दक्ष एवं अनुभवी कार्मिकों की बैकअप टीम का गठन भी किया गया है।

गन्ना किसानों को टोल फ्री नम्बर पर मिलेगी यह सुविधा

राज्य के गन्ना किसानों को गन्ने की खेती से जुड़ी विभिन्न समस्याओं हेतु विभागीय टोल-फ्री नम्बर 1800-121-3203 पर एवं सर्वे, सट्टा, कैलंडर, पर्ची एवं गन्ने की खेती से जुड़ी नवीनतम जानकारियों आदि से सम्बंधित जानकारी अथवा सुझावों हेतु कॉल कर समाधान पा सकेंगे। इन तकनीकी व्यवस्थाओं से किसानों को दफ़्तरों के चक्कर लगाने की जरुरत नहीं होगी और उनके आने जाने में लगने वाले समय एवं पैसे की बचत होगी, तथा समस्त सूचनाएँ घर बैठे सुगमता पूर्वक प्राप्त हो सकेंगी। 

यह भी पढ़ें   बकरी पालन फार्म के लिए सरकार देगी 60 प्रतिशत तक का अनुदान

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
यहाँ आपका नाम लिखें

ताजा खबरें

डाउनलोड एप