पशु उपचार के लिए टोल फ्री नंबर
देश में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा पशुओं में नस्ल सुधार, टीकाकरण एवं पशु उपचार के लिए कई योजनाएँ शुरू की गई है। इसमें पशु पालकों को घर बैठे ईलाज की सुविधा उपलब्ध कराना भी शामिल है। इस कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में 201 करोड़ रुपए की लागत से 520 पशु एम्बुलेंस सुविधा शुरू की है। इसके साथ ही एक टोल फ्री नम्बर भी जारी किया गया है। जिस पर पशु पालक बीमार पशु की जानकारी दे सकेंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण योजना के अंतर्गत 201 करोड़ रुपए की लागत से 520 मोबाइल वेटरनरी यूनिट का फ्लैग ऑफ एवं टोल फ्री हेल्पलाइन 1962 का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री, भारत सरकार श्री परशोत्तम रुपाला ने हरी झंडी दिखाकर किया।
पशुओं के उपचार के लिए शुरू की गई है एम्बुलेंस सेवा
वेटरनरी यूनिट का फ्लैग ऑफ कार्यक्रम को संबोधित करते हुये केंद्रीय मंत्री श्री परशोत्तम रुपाला ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हमारे पशुओं के लिये भारत सरकार के खर्चे से मोबाइल वेटरनरी यूनिट शुरु करना तथा असहाय पशुओं के लिये भी 108 डायल कर एम्बुलेंस जैसी सुविधा उपलब्ध करायी जिससे देश के सभी पशुपालक खुश है।
श्री रुपाला ने कहा कि जिस तरह मानव बीमारी के लिये सबकी जुबां पर एम्बुलेंस की सुविधा के लिये 108 है उसी तरह अब सभी को जानवरों को एम्बुलेंस जैसी सुविधा उपलब्ध कराने के लिये 1962 कण्ठस्थ कर लेना चाहिये।
6 करोड़ पशुधन को मिलेगा लाभ
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लगभग 06 करोड़ पशुधन के संरक्षण व संवर्धन की दृष्टि से भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गईं मोबाइल वेटरनरी यूनिट्स के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद करता हूँ। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में निराश्रित गोवंश के संरक्षण के लिए 6,600 से अधिक गो-आश्रय स्थल स्थापित किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुल 12 लाख निराश्रित गोवंश हैं, उनमें से 11 लाख गोवंश के संरक्षण की जिम्मेदारी अकेले उतर प्रदेश सरकार उठा रही है। उन्होंने कहा कि मोबाइल वेटरनरी वैन अब प्रदेश के 05 जोन में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से संचालित होंगी।