वर्मी कम्पोस्ट बनाने के लिए केचुए
दुनिया भर में केंचुओं की लगभग 25,00 प्रजातियों की पहचान की गई है जिसमें से केंचुओं की पांच सौ से अधिक प्रजाति भारत में पाई जाती है | विभिन्न प्रकार की में भिन्न – भिन्न प्रकार के केंचुए पाए जाते है | स्थानीय मिट्टी में केंचुओं की स्थानीय प्रजाति का चयन कृमि खाद के लिए अत्यंत उपयोगी कदम है | किसी अन्य स्थानों से केंचुओं को लाये जाने की जरुरत नहीं है | भारत में सामान्यतौर पर जिन स्थानीय प्रजाति के केंचुओं का उपयोग किया जाता है उनके नाम पेरियोनिक्स एक्सकैवेट्स एवं लेम्पिटो मौरिटी है | इन केंचुओं को पला जा सकता है या फिर इन्हें गड्ढो, टोकरी,तालाबों, कंक्रीट के बने नाद घर या किसी कंटेनर में सामन्य पद्धति से कृमि खाद बनाने में उपयोग में लाया जा सकता है |
केंचुओं की कुछ प्रजातियों भोजन के रूप प्राय अपघटनशील पदार्थों का ही उपयोग करती है भोजन के रूप में ग्रहण की गई इन कार्बनिक पदार्थों की कुल मात्रा का 5 से 10 प्रतिशत भाग शरीर की कोशिकाओं द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है तथा शेष मल के रूप में विसर्जित कर दिया जाता है जिसे वर्मी कम्पोस्ट कहते हैं नियंत्रण दशा में केचुओं द्वारा खाद उत्पादन की विधि को वर्मीकम्पोस्टिंग एवं केंचुआ पालन की विधि को वर्मीकल्चर कहते हैं |
स्थानीय केचुएँ को संग्रहित करने की विधि :-
- मिट्टी की सतह पर दिखाई पड़ने वाले कृमि के आधार पर केंचुआ युक्त मिट्टी की पहचान करना |
- 500 ग्राम गुड एवं 500 ग्राम ताजे पशु गोबर को दो लीटर पानी में घोल लें तथा 1 मीटर × 1 मीटर के क्षेत्र पर उसका छिड़काव करें |
- भूसे या धान की पुआल या पुराने थैले से उसे ढक दें | पश्च प्रजनन और प्राचीन स्थानीय कृमियों का समूह उस स्थान पर एकत्रित हो जाता है जिसे जमा कर उपयोग में लाया जा सकता है |
- 20 से 30 दिनों तक उस पर पानी का छिड़काव करें |
केंचुओं को सुरक्षित कैसे रखें ?
केंचुओं को गीली मिट्टी में रखा जाता है जहाँ वे अपने आवास के रूप में रहते हैं | 15 से 20 सेमी. वाले मोटे कृमि बेड के साथ 2 सेमी. × 1 सेमी. × 0.75 सेमी. आकार के खाद के गड्ढे में 150 केंचुओं को रखा जाता है |
सर नमस्कार🙏💕 मैं बैतूल का रहने वाला हूँ मै भी जैविक खाद बनाना चाहता हूँ, आप मुझे इसके बारे में जानकारी दीजिये
सर आप अपने ज़िले के कृषि विज्ञान केंद्र में जाकर इसके लिए प्रशिक्षण ले सकते हैं। https://kisansamadhan.com/organic-farming/ यद् दी गई लिंक पर जानकारी पढ़ें।
Main baliya jila se hun mujhe kenchua ki jarurat hai aur sab main kar lunga kenchua kahan se prapt Karen
सर अपने यहाँ के कृषि विज्ञान केंद्र या ज़िला कृषि विभाग में सम्पर्क करें। इसके अलावा कई किसानों के पास भी उपलब्ध रहते हैं।
Compost Khad banane ke liye kahan kenchue se khariden
सर आप अपने ज़िले के कृषि विज्ञान केंद्र से या आसपास कोई किसान जैविक खेती कर रहा हो तो वहाँ से ले सकते हैं।
हम वर्मी कंपोस्ट बनाना चाहते हैं लेकिन हम केंचुआ किस ब्राइटी काले और कहां से ले मैं जिला सीतापुर से ग्राम सरौरा खुर्द पोस्ट सरौरा कला थाना कमलापुर से हूं मुझे वर्मी कंपोस्ट बनाना है कैसे बनाएं मदद करें केंचुआ कहां से मिलेगा जानकारी हो तो जरूर बताएं
सर आप वर्मी कम्पोस्ट बनाने के लिए अपने ज़िले के कृषि विज्ञान केंद्र से प्रशिक्षण लें, आप वहाँ से आवश्यकता के अनुसार सामग्री की माँग भी कर सकते हैं।