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गुरूवार, मार्च 28, 2024
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इस वर्ष इन मंडियों में की जाएगी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अरहर, उड़द और मूंग की खरीदी

अरहर, उड़द और मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी

केंद्र सरकार ने इस वर्ष के लिए खरीफ सीजन की विभिन्न फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी कर दिए हैं। जिसके बाद अलग-अलग राज्य सरकारें राज्य में उत्पादन के अनुसार इन फसलों की खरीद की तैयारी के काम में लग गई है। इस वर्ष छत्तीसगढ़ सरकार भी राज्य में उत्पादित मूंग, उड़द तथा अरहर की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर करने जा रही है। सरकार ने इसके लिए विस्तृत दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए हैं। 

छत्तीसगढ़ में खरीफ सीजन की मुख्य फसल धान है परंतु राज्य सरकार किसानों को राजीव गांधी न्याय योजना के तहत धान की खेती छोड़ने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। जिससे किसान दुसरे दलहनी तथा तिलहनी फसलों की खेती कर सके। सरकार के अनुसार राज्य में किसानों ने लगभग 3.5 लाख हेक्टेयर भूमि में धान की खेती छोड़ दी है। इसको देखते हुए राज्य सरकार ने राज्य में मूंग, उड़द तथा अरहर की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर करने का फैसला किया है।

कब से शुरू की होगी अरहर, उड़द और मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी

छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में खरीफ सीजन में उड़द, मूँग एवं अरहर की खरीदी करने जा रही है। इसके लिए सरकार ने तारीखों का ऐलान कर दिया है। जिसके अनुसार राज्य में उड़द एवं मूंग का उपार्जन 17 अक्टूबर 2022 से 16 दिसम्बर 2022 तक तथा अरहर का उपार्जन 13 मार्च 2023 से 12 मई 2023 तक की अवधि में किया जाएगा।

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25 कृषि उपज मंडियों से खरीदी किया जाएगा 

राज्य सरकार ने गोदाम एवं भण्डारण की सुविधायुक्त 25 कृषि उपज मंडियों को अरहर, मूंग और उड़द की खरीदी के लिए उपार्जन केन्द्र के रूप में चिन्हांकित किया है। जिसके अनुसार इन फसलों की खरीद भाटापारा, गरियाबंद, महासमुन्द, बसना, दुर्ग, बेमेतरा, राजनांदगांव, खैरागढ़, डोंगरगढ़, गंडई, कवर्धा, पंडरिया, मुंगरेली, लोरमी, सक्ती, रायगढ़, अंबिकापुर, सूरजपुर, रामानुजगंज, जशपुर, कोंडागाँव, केशकाल, नारायणपुर, सम्बलपुर, पंखाजूर में किया जाना प्रस्तावित है। 

राज्य में अनुमानित उत्पादन 1.76 लाख मैट्रिक टन है 

राज्य में पहली बार मूंग, उड़द तथा अरहर का उपार्जन न्यूनतम समर्थन मूल्य पर होने जा रहा है। राज्य में इस वर्ष किसान 3.54 लाख हेक्टेयर भूमि में धान की फसल छोड़कर इन फसलों की खेती कर रहे हैं | इस वर्ष राज्य में 40 हजार हेक्टेयर में अरहर, 22 हजार हेक्टेयर में मूंग, एक लाख 75 हजार हेक्टेयर में उड़द की खेती का लक्ष्य है। इससे राज्य में 94,500 मैट्रिक टन अरहर, 12,100 मैट्रिक टन मूंग तथा 70,000 मैट्रिक टन उड़द का उत्पादन होने का अनुमान है।

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किसानों को दी जाएगी प्रिंटेड रसीद

उपार्जन केन्द्रों में कृषकों की सामान्य जानकारी हेतु एफएक्यू उत्पाद का प्रदर्शन सुनिश्चित करने के साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि एफएक्यू मानक का अरहर, उड़द एवं मूंग का समर्थन मूल्य से कम पर उपार्जन केन्द्र में विक्रय न हो। एफएक्यू गुणवत्ता की खरीदी की सघन मॉनिटरिंग की जाएगी। रेंडम सैम्पलिंग हेतु नाफेड के साथ राज्य स्तरीय संयुक्त टीम गठित की जाएगी, जो उपार्जन केन्द्र के खरीदी कार्य की तैयारी से लेकर संग्रहण तक का निरीक्षण करेंगे। किसान से क्रय की गई मात्रा की प्रिंटेड रसीद जिसमें देय राशि का उल्लेख हो, उपार्जन केन्द्र प्रभारी द्वारा हस्ताक्षर कर किसान को दी जाएगी।

क्या है मूंग, उड़द तथा अरहर का न्यूनतम समर्थन मूल्य

केंद्र सरकार द्वारा इस वर्ष की खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी कर दिया गया है। सरकार द्वारा जारी समर्थन मूल्य के अनुसार ही मूँग, उड़द एवं अरहर की खरीदी की जाएगी। अरहर, मूँग एवं उड़द के न्यूनतम  समर्थन मूल्य MSP इस प्रकार है:-

  • अरहर तथा उड़द – 6600 रूपये प्रति क्विंटल 
  • मूंग – 7755 रूपये प्रति क्विंटल

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