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किसानों को इस वर्ष मुफ्त में दिए जाएंगे सरसों के उन्नत बीज, साथ ही उपलब्ध करवाए जाएगें अन्य रबी फसलों के बीज

rabi seed variety distribution

रबी सीजन में बुआई हेतु उन्नत किस्मों के बीज

देश में आगामी रबी सीजन के देखते हुए राज्य सरकारों ने तैयारी शुरू कर दी है | किसानों को बुआई के लिए उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध करवाने के लिए राज्यों ने कृषि विभाग को निर्देश दे दिए हैं | सरकार द्वारा किसानों की आय बढ़ने के उद्देश्य से एवं देश को दलहन-तिलहन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए तिलहन एवं दलहन फसलों पर जोर दिया जा रहा है | उत्तरप्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने लखनऊ के कृषि निदेशालय में आगामी रबी सीजन को लेकर प्रदेश में बीज, खाद एवं उर्वरक की उपलब्धता के साथ विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की |

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा की देश में सर्वाधिक गेहूं उत्पादन उत्तरप्रदेश में होता है, प्रदेश में लगभग 100 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में गेहूं का उत्पादन किया जाता है | कृषि विभाग का मुख्य कार्य जनपद को उनकी मांग के अनुसार उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध कराना है | इसके अतिरिक्त उन्होंने आगामी रबी सीजन को द्रष्टिगत रखते हुए अधिक से अधिक बीज वितरण का लक्ष्य निर्धारित किये जाने के भी निर्देश दिए हैं |

रबी सीजन के लिए गेहूं एवं अन्य फसलों के बीज की कुल आवश्यकता

कृषि मंत्री ने कहा कि रबी फसलों में मुख्य रूप से गेहूं, जौ, चना, मटर, मसूर, सरसों एवं अलसी के लिए लगभग 49 लाख 50 हजार क्विंटल बीज की आवश्यकता होती है | इसमें 8 लाख 27 हजार 391 क्विंटल बीज का व्यवस्था सरकारी, सहकारी एवं अर्द्ध सरकारी क्षेत्र के विभागों द्वारा और 41 लाख 22 हजार 609 क्विंटल बीज की व्यवस्था निजी क्षेत्र के माध्यम से की जायेगी । गेहूं की बुआई हेतु 7 लाख 64 हजार 768 बीज वितरण का लक्ष्य सरकारी, सहकारी एवं अर्धसहकारी क्षेत्र के विभागों को तथा 37 लाख 35 हजार 232 क्विंटल बीज वितरण का लक्ष्य निजी क्षेत्र के लिए निर्धारित किया गया है |

सरसों के दिए जाएगें निःशुल्क उन्नत बीज

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि भारत सरकार इस वर्ष सरसों की खेती पर विशेष जोर दे रही है। देश में 75,000 करोड़ रुपए का खाद्य तेल आयात किया जाता है। इस दृष्टि से भारत सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश में 10 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में सरसों की खेती किये जाने की अपेक्षा की गयी है। उन्होंने कहा कि इस साल हम सरसों और तिलहन उत्पादन का क्षेत्रफल बढ़ाएंगे और लगभग 2.5 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल पर सरसों का आच्छादन बढ़ाने की दृष्टि से किसानों को सरसों के उन्नत बीज उपलब्ध कराएंगे और हर संभव प्रयास किये जायेंगे| किसानों को 10 लाख हेक्टेयर की बुवाई के लिए उन्हें निःशुल्क बीज उपलब्ध कराए जाए। इस साल हम सरसों और तिलहन उत्पादन का क्षेत्रफल बढ़ाएंगे। सरसों का रकबा करीब 2.5 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल बढ़ाने के लिए किसानों को नि:शुल्क बीज उपलब्ध कराएंगे।

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