गन्ने की खेती के साथ प्याज उत्पदान
खेती में कम लागत से अधिक आय प्राप्त करने के लिए आजकल सह-फसली खेती का चलन बढ़ता जा रहा है | जहाँ पहले किसान एक खेत से एक समय में एक ही फसल का उत्पादन प्राप्त करते थे वहीँ अब उसी खेत से एक ही समय में दो या उससे अधिक फसल का उत्पादन प्राप्त कर रहे हैं | इससे किसान को यह फायदा होता है कि एक फसल के साथ एक अतिरिक्त फसल का उत्पादन प्राप्त होता है जिससे प्रति इकाई क्षेत्रफल से अधिक उत्पादन प्राप्त कर अधिक आमदनी भी होती है | इसके अलावा उर्वरकों एवं पानी की खपत में बचत होती है तथा खरपतवार व रोग बीमारी के प्रकोप की संभावना भी कम हो जाती है |
आज आपको मध्यप्रदेश के एक ऐसे ही किसान सोहैल खान के बारे में बताते हैं जिन्होंने गन्ने के साथ प्याज की सहफसली खेती कर सबको चौका दिया और सफलता प्राप्त करके न सिर्फ प्याज उत्पादन से अतिरिक्त आमदनी प्राप्त कि बल्कि गन्ने का विकास भी अच्छी तरह से किया |
किसान ने की एक एकड़ खेत में गन्ने के साथ प्याज की खेती
मध्य प्रदेश के छिंदवाडा जिले के चौराई तहसील के ग्राम आमाबोह में किसान सोहैल खान ने एक एकड़ गन्ने के खेत में प्याज की खेती की | किसान सोहैल ने बताया कि पहले से बोए गन्ने के खेत में जनवरी के प्रथम सप्ताह में प्याज की बुआई कर दी थी जिसके बाद अब पके हुए प्याज की खुदाई कर ली है | जिस समय प्याज बोया जा रहा था उस समय गन्ना बहुत छोटा था लेकिन प्याज के उत्पादन के साथ ही गन्ने भी करीब 2 से 3 फीट के हो गए हैं |
किसान को हुई 45 हजार रुपये की अतिरक्त आमदनी
सोहैल खान ने बताया की उन्होंने मई के अंतिम सप्ताह में पके हुए प्याज को खेत से निकला था, जिसका उत्पादन लगभग 30 क्विंटल हुआ है | उन्होंने ने बताया कि बाजार में अभी प्याज का मूल्य 15 रूपये प्रति किलोग्राम मिल रहा है | इस हिसाब से उन्हें 45 हजार रूपये की अतिरिक्त आमदनी हो रही है |
किसान सोहैल खान ने बताया की गन्ने के खेत में प्याज कि खेती करने से प्याज की क्वालिटी में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं आई है तथा गन्ने का विकास पहले से अच्छा हुआ है |