किसानों को सस्ती दरों पर किराए से सभी प्रकार के कृषि यंत्र मिल सके इसके लिए सरकार द्वारा “कस्टम हायरिंग केंद्र” की स्थापना की जा रही है। इसकी स्थापना के लिए किसानों और कृषि उद्यमियों को भारी अनुदान भी सरकार की ओर से दिया जाता है। इस कड़ी में कटनी जिले के ग्राम हीरापुर कौडिया में रहने वाले संजय कुमार पटेल ने अनुदान पर कस्टम हायरिंग केंद्र की स्थापना कर सफल कृषि उद्यमी बन गए हैं।
कस्टम हायरिंग सेंटर के माध्यम से कृषि उपकरणों का किसानों को सशुल्क उपलब्ध कराने का व्यवसाय प्रारंभ करने के पहले संजय की आर्थिक स्थिति सामान्य थी। उन्होंने वर्ष 2019-20 में कृषि अभियांत्रिकी जबलपुर से सहायता एवं अनुदान की मदद से कस्टम हायरिंग केन्द्र की स्थापना की थी।
हर साल कमा रहे हैं 3 लाख रुपये
कृषि उद्यमी संजय कुमार पटेल ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2019-20 में कृषि अभियांत्रिकी जबलपुर से सहायता एवं अनुदान की मदद से कस्टम हायरिंग केन्द्र की स्थापना की थी। जिसके तहत उन्हें एक ट्रैक्टर, ट्रॉली, स्ट्रॉ रीपर, कल्टीवेटर, रोटावेटर, सीड ड्रिल, रेज्ड बेड प्लांटर आदि कृषि यंत्र ख़रीदे थे। जिसे वे किसानों को किराए पर देकर हर साल करीब 3 लाख रुपए की अतिरिक्त आमदनी प्राप्त कर रहे हैं। आज वे न केवल स्वयं एक सफल उद्यमी हैं बल्कि औरों को भी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार दे रहे हैं।
संजय पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें कृषि अभियांत्रिकी जबलपुर विज्ञान केन्द्र द्वारा कस्टम हायरिंग के बारे में जानकारी दी गई थी। साथ ही सहायता के रूप में 6 लाख 25 हजार रुपए का अनुदान मिला था। जिसकी वजह से वह एक सफल कृषि उद्यमी बन सके हैं। इस व्यवसाय से उन्हें सालाना 3 लाख रुपए की कमाई हो रही है। अब तक वो कस्टम हायरिंग केंद्र से लगभग 10 से 15 लाख रुपए की कमाई कर चुके हैं।