खेती-किसानी के साथ ही आम जीवन में गाय का अत्यधिक महत्व है, जिसको देखते हुए सरकार द्वारा गाय के संरक्षण और संवर्धन के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। जिसको देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में गौ संरक्षण एवं संवर्धन समिति द्वारा पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में स्कूली एवं कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए गौ विज्ञान परीक्षा का आयोजन करने जा रही है। इस अभियान की शुरुआत पोला पर्व की पूर्व संध्या पर पोस्टर विमोचन के साथ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कर दी है।
परीक्षा आयोजन की जानकारी देते हुए प्रांत संयोजक इरन्ना सपारे एवं प्रांत परीक्षा प्रमुख सुबोध राठी ने बताया कि विद्यालय एवं महाविद्यालय स्तर पर आयोजित यह परीक्षा 11 दिसंबर गीता जयंती के दिन पूरे प्रांत में एक साथ होगी। पूरे प्रदेश में 5 लाख विद्यार्थी इस परीक्षा में सम्मिलित होंगे। परीक्षाओं में हर श्रेणी में प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली प्रतिभागियों को 12 जनवरी को आयोजित प्रदेश स्तरीय गौ सेवा संगम कार्यक्रम में पुरस्कृत किया जाएगा।
गौ विज्ञान परीक्षा का उद्देश्य क्या है?
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य स्कूली एवं कॉलेज के विद्यार्थियों के बीच गाय के प्रति प्रेम भाव जागृत करना है। साथ ही वर्तमान पीढ़ी को गाय का धार्मिक एवं वैज्ञानिक महत्व समझाना है। आज एक बहुत बड़ी पीढ़ी गाय से विमुख है जिसके कारण कहीं ना कहीं समाज गोपालन से विमुख हो रहा है। जिसके परिणाम स्वरूप गाय सड़कों पर है। गायों के सड़कों पर आने से रोज सैकड़ों सड़क दुर्घटनाएं घट रही है, जिसमें न सिर्फ गोवंश अपितु इंसानों की भी लगातार मौत हो रही है। गायों का स्थान किसान का घर है न की सड़क। गाय सिर्फ किसान के घर ही सुरक्षित रह सकती है।
अभियान चला कर किया जाएगा जागरूक
गाय के सभी विषयों को लेकर आने वाले 5 महीने व्यापक जन जागरण अभियान संस्था के द्वारा चलाया जाएगा। इस अभियान में परीक्षा के साथ साथ, स्कूलों में गाय के महत्व की प्रदर्शनी, सेमिनार, व्याख्यान, गौ सेवा संगम सहित विविध आयोजन किए जाएंगे। इस आयोजन के माध्यम से प्रदेश के घर-घर संपर्क कर गौमाता का महत्व समाज को बताया जाएगा। मुख्यमंत्री साय ने इस अभियान के लिए शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए प्रदेश जनों से इस अभियान में ज्यादा से ज्यादा जुड़कर सहयोग करने का आग्रह भी किया है। इस अवसर पर पूरे प्रदेश के आए हुए गौसेवक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।