बीते कुछ दिनों से प्राकृतिक आपदाओं जैसे बारिश, ओला वृष्टि, हवा-आंधी सहित आगजनी के चलते किसानों की फसलों को काफी नुकसान हो रहा है। इस कड़ी में हरियाणा में पिछले कुछ दिनों में खेतों में हो रही अचानक आगजनी की घटनाओं से फसलों व पशुओं को नुकसान हुआ है। जिसको देखते हुए हरियाणा सरकार ने गंभीरता दिखाते हुए किसानों को मुआवजा देने का निर्णय लिया है। इस संबंध में मुख्यमन्त्री नायब सिंह सैनी ने 21 अप्रैल के दिन सिविल सचिवालय में उच्चाधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार किसानों के हित में निर्णय ले रही है। हमारी सरकार हर स्थिति में किसानों के साथ खड़ी है। पिछले कुछ दिनों में प्रदेश में हुई आगजनी की घटनाओं से फसलों या पशुओं सम्बंधित जान-माल का नुकसान हुआ है, जिससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ा है। इसलिए सरकार ने निर्णय लिया है कि ऐसे सभी प्रभावित किसानों को शीघ्र ही मुआवजा दिया जाएगा।
मुआवजे के साथ ही किसानों को दिए जाएँगे खाद-बीज
बैठक में मुख्यमंत्री ने सभी उपायुक्तों को भी निर्देश जारी किए हैं कि वे आगजनी से संबंधित घटनाओं की रिपोर्ट लें। प्रभावित किसान संबंधित उपायुक्तों के समक्ष आवेदन करें, ताकि उन्हें जल्द से जल्द मुआवजा देने की प्रक्रिया अमल में लाई जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि नुकसान से प्रभावित किसानों को आगामी फसलों की बुवाई के लिए बीज और खाद में भी मदद की जाएगी, ताकि किसानों को आर्थिक रूप से बोझ न झेलना पड़े।
तेज आंधी से हुए नुकसान का किया जा रहा है आंकलन
इससे पहले मुख्यमंत्री ने 20 अप्रैल के दिन पत्रकारों के प्रश्न का जवाब देते हुए कहा था कि हरियाणा में तेज आंधी से जो नुकसान हुआ है, उस नुकसान का आंकलन करने के दो दिन पहले ही अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं। इसके साथ ही अधिकारियों को तुरंत रिपोर्ट सौंपने और आगजनी के कारणों का पता लगाने के लिए भी कहा गया है। इस रिपोर्ट के बाद ही सरकार निर्णय लेगी।