कोपरा न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP-2023
केंद्र सरकार ने नारियल की खेती करने वाले किसानों के लिए एक राहत भरा फैसला लिया है। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने वर्ष-2023 सीजन के लिए कोपरा के न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP को मंजूरी दे दी है। केंद्र सरकार ने यह फैसला कृषि लागत और मूल्य आयोग की सिफारिशों तथा नारियल उत्पादक राज्यों के विचारों के आधार पर लिया गया है।
केंद्र सरकार ने कोपरा के मूल्य में 270 रूपये प्रति क्विंटल से 750 रूपये प्रति क्विंटल तक की वृद्धि की है। सरकार के तरफ से यह बताया गया है कि कोपरा के मूल्य में वृद्धि से किसानों को उसकी लागत का डेढ़ गुना मूल्य मिलेगा।
क्या है कोपरा का न्यूनतम समर्थन मूल्य
केन्द्रीय मंत्रिमंडल समिति ने वर्ष 2023 के लिए कोपरा के मूल्य में वृद्धि करते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी कर दिए हैं। जो मिलिंग कोपरा की उचित औसत गुणवत्ता के लिए 10,860 रूपये प्रति क्विंटल और बॉल कोपरा के लिए 11,750 रूपये प्रति क्विंटल है। सरकार के तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार यह अखिल भारतीय औसत उत्पादन लागत पर मिलिंग कोपरा के लिए 51.82 प्रतिशत और बॉल कोपरा के लिए 64.26 प्रतिशत का लाभ किसानों को देगा।
भारत नारियल उत्पादन में तीसरा सबसे बड़ा देश है ?
खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) के आंकड़े के अनुसार वर्ष 2019 में नारियल की विश्व में 11.8 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र में खेती होती थी जिससे उत्पादन 62.5 मिलियन टन दर्ज किया गया था। विश्व के नारियल उत्पादन में इंडोनेशिया, फिलीपिंस के बाद भारत का नंबर आता है। भारत में 2.2 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र में नारियल की खेती की जाती है जिससे 14.7 मिलियन टन नारियल का उत्पादन होता है। भारत विश्व के नारियल की खेती में 18.2 प्रतिशत तथा उत्पादन में 23.5 प्रतिशत का योगदान रखता है।
भारत में नारियल की खेती से 12 मिलियन लोग जुड़े हुए हैं। केंद्र सरकार के द्वारा बढ़ाए गये मूल्य से नारियल की खेती करने वाले किसानों को फायदा होगा।