चना समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए पंजीयन
देश भर के अलग–अलग राज्यों में रबी फसलों की खरीदी का कार्य अभी जारी है, जिसमें अधिकांश राज्य सरकारों ने गेहूं के समर्थन मूल्य की खरीद अवधि को आगे बढ़ा दिया है| वहीं राजस्थान सरकार ने गेहूं के साथ चने की खरीद के लिए किसान पंजीयन की सीमा को भी बढ़ा दिया है, जिससे ऐसे किसान जो अभी तक चना बेचने के लिए पंजीयन नहीं करा पाए थे वह किसान भी अब अपनी फसल का पंजीयन कराकर समर्थन मूल्य पर बेच सकते हैं।
राजस्थान सरकार ने राज्य में चना खरीदी की सीमा 20 प्रतिशत बढ़ाने का फैसला किया है। इसके लिए 22 जिलों के किसानों को 152 केन्द्रों पर फिर से पंजीयन करा सकते हैं तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ उठा सकते हैं |
किसान कब से करा सकेंगे पंजीयन?
वैसे तो चना खरीद के लिए सरकार द्वारा पंजीयन पहले ही कराए जा चुके हैं | लेकिन राजस्थान सरकार ने चना उत्पादक किसानों को एक और मौका देने का फैसला लिया है | राज्य के 22 जिलों के 152 केन्द्रों पर चने की निर्धारित पंजीकरण सीमा पूर्ण होने के कारण पंजीयन सीमा में 20 प्रतिशत वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है। इससे 7 हजार 693 और किसानों को लाभ मिलेगा। किसान 25 मई से चना बेचान के लिए पंजीयन करा सकेंगे।
किसान पंजीयन के लिए आवश्यक दस्तावेज
चना समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए किसानों को ऑनलाइन पंजीयन करते समय जनआधार कार्ड, बैंक पासबुक एवं गिरदावरी की प्रति पंजीयन फार्म के साथ अपलोड करनी होगी। किसान को आधार आधारित बायोमैट्रिक अभिप्रमाणन पर पंजीयन करवाना होगा। सभी किसान अपना मोबाईल नम्बर आधार में लिंक करवा लें, ताकि किसानों को समय रहते तुलाई दिनांक की सूचना प्राप्त हो सके। किसान यह सुनिश्चित करें कि जनआधार कार्ड में अपने बैंक खाते नम्बर को अंकित करें ताकि खाता संख्या एवं आई.एफ.एस.सी. कोड में यदि कोई विसंगति नही रहे ताकि भुगतान के समय परेशानी ना हो।
अभी 43 हजार किसानों ने बेचा है समर्थन मूल्य पर चना
राजस्थान में अब तक 97 हजार 388 किसानों ने चना विक्रय के लिए पंजीकरण करवाया है। इनमें से 68 हजार 925 किसानों को तुलाई दिनांक आवंटित कर दी गई है तथा 43 हजार 369 किसानों से 90 हजार 660 मीट्रिक टन चना खरीदा गया है, जिसकी राशि 474 करोड़ रूपए है। न्यूनतम समर्थन मूल्य चना खरीद 29 जून तक होगी।
22 जिलों के किसान करा सकेंगे पंजीयन
राज्य के सहकारिता मंत्री श्री अंजना ने बताया कि चना खरीद की पंजीयन सीमा 20 प्रतिशत बढ़ाने से राज्य के 22 जिलों यथा अजमेर, अलवर, बारां, भीलवाड़ा, बीकानेर, बूंदी, चित्तौडगढ़, दौसा, जयपुर, जैसलमेर, जालौर, झालावाड़, झुंझुनू, जोधपुर, नागौर, पाली, राजसमंद, सवाईमाधोपुर, सीकर, श्रीगंगानगर, टोंक, उदयपुर जिलों के संबंधित 152 केन्द्रों पर किसान पंजीयन करवा सकेंगे।