पीएम किसान योजना की चौथी किस्त
प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा कर्नाटक राज्य में एक बटन दबा कर 6 करोड़ किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की किस्त दी गई | यह किस्त इस बजटीय वर्ष की अंतिम किस्त है | इससे पहले इतनी संख्या में किसानों को पीएम किसान का पैसा नहीं दिया गया था | पैसा जारी करते हुए बताया गया था कि 6 करोड़ किसानों को तीसरी किस्त के रूप में 2,000 रुपये दिए जा रहे हैं | इन 6 करोड़ किसानों को कुल 12,000 करोड़ रुपये दिए हैं | इसके तहत राजस्थान में भी किसानों को चौथी किस्त जारी कर दी गई है | इसकी पूरी जानकारी किसान समाधान लेकर आया है |
कितने किसानों को दी गई चौथी किस्त
राजस्थान के रजिस्टार, सहकारिता डॉ. नीरज के पवन ने मंगलवार को बताया कि राज्य के किसानों को चौथी किस्त के रूप में पीएम किसान निधि योजना की राशि जारी हो चुकी है तथा 5 लाख 94 हजार 694 किसनों को 118 करोड़ 93 लाख 88 हजार रूपये का भुगतान किसानों के खातों में किया गया | इस प्रकार प्रथम किस्त में 47.09 लाख किसानों दिवतीय किस्त में 46.06 लाख तथा तीसरी किस्त में 36.34 लाख किसानों को पीएम किसान योजना की राशि उनके खातों में जमा हो चुकी है |
कुल कितने किसानों को पैसा मिला है ?
सभी राज्यों की तरह ही राजस्थान में भी किसानों को चारों किस्त दी जा रही है | अभी तक 4 किस्तोंमें 3073 करोड़ 14 लाख रूपये का भुगतान किया गया है | इसकी विस्तृत जानकारी इस प्रकार है |
- जिसमें प्रथम किस्त में 48 लाख 20 हजार 177 किसानों को 941 करोड़ 88 लाख 32 हजार रुपया दिया जा चूका है |
- दूसरी किस्त में 46 लाख 16 हजार 563 करोड़ किसानों को 921 करोड़ 37 लाख 88 हजार रुपया दिया गया है |
- तीसरी किस्त में 36 लाख 41 हजार 936 किसानों को 726 करोड़ 85 लाख 58 हजार रूपये दिए गये |
- चौथे किस्त में 5 लाख 94 हजार 694 किसानों को 118 करोड़ 93 लाख 88 हजार करोड़ रूपये की भुगतान किया गया है |
किन किसानों को दी जा रही है किस्तें
राजस्थान के रजिस्टार सहकारिता ने बताया है की द्वितीय किस्त के बाद भारत सरकार स्वयं पर किसानों का आधार आधारित प्रमाणित कर रहा है और बिना आधार प्रमाणन के किसानों की किस्त जारी नहीं हो रहा है राज्य के किसानों द्वारा किये गये आवेदन आधार से hi किये गये है | भारत सरकार ने गाइड लाइन जारी कर आग्रह किया है कि किसानों को आवेदित नाम और आधार कार्ड में उल्लेखित नाम में समानता हो इसके लिए किसान किसी भी ई-मित्र केंद्र पर जाकर पीएम किसान पोर्टल पर नाम में असमानता को सही करा सकता है |
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