यूपी के गन्ना और चीनी आयुक्त प्रमोद कुमार उपाध्याय ने बताया कि चीनी उद्योग एवं गन्ना किसानों के दीर्घ कालीन हितों को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश गन्ना शोध केंद्रों द्वारा गन्ना प्रजातियों को प्रदेश के पर्यावरणीय परिस्थितियों में परीक्षण व विकसित की जाती है, जिसमें जमाव, व्यात, पौधा या पेड़ी उत्पादन क्षमता, चीनी परता, रोग रहित को ध्यान में रखते हुए किसानों के हित में जारी की जाती है।
उन्होंने बताया कि यदि किसान अस्वीकृत गन्ना किस्मों को अवैध या फर्जी स्थानों से ख़रीद कर बुआई करते हैं तो गन्ने की खेती में उन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है साथ ही रोगों का प्रभाव बढ़ सकता है। इसलिए गन्ना किसान स्वीकृत प्रजातियों की ही बुआई करें। ऐसे में किसानों को अनुशंसित बीज ही मिले इसके लिए विभाग द्वारा परिक्षेत्रीय एवं जनपदीय स्तरीय अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी किए गए हैं।
किसान इन स्थानों से खरीदें गन्ना बीज
गन्ना और चीनी विभाग की ओर से बताया गया कि किसान गन्ना बुआई हेतु गन्ना शोध केंद्रों, विभागीय प्रदर्शन प्लाटों, विभाग द्वारा पंजीकृत गन्ना बीज विक्रेताओं से ही उन्नतशील बीज प्राप्त करें, जिससे गन्ने में होने वाले रोगों के खतरों से बचाव हो सके, अस्वीकृत प्रजाति का गन्ना किसान किसी भी दशा में अपने खेतों में ना लगायें। यदि कोई पंजीकृत किसान गैर स्वीकृत किस्मों का बीज उत्पादन एवं विक्रय करते हुए पाया जाता है तो उसका पंजीकरण निरस्त करते हुए विधिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी एवं गन्ना बीज का अनुचित दाम लिए जाने पर भी संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।
गन्ने की इन किस्मों को ना खरीदे किसान
आयुक्त गन्ना एवं चीनी ने उत्तर प्रदेश के सभी गन्ना किसानों से अपील की है कि किसी भी अप्रमाणिक संस्था, व्यक्ति अथवा अवैध या फर्जी केंद्रों से गन्ना बीज लेकर बुआई ना करें। यह संज्ञान में आया है कि प्रदेश में कुछ संस्थाओं द्वारा अस्वीकृत गन्ना प्रजाति को बीज के रूप में किसानों को फर्जी एवं भ्रमित कर अस्वीकृत प्रजाति जैसे SNK 13374, CO- 15027, CO-11015, को.पी.वी.बड.- 9698, बीसीएफ-0517, CO-86032, PDN-15012, को. लख.-16203 आदि के बीज गन्ना किसानों को बेचा जा रहा है, जो अवैधानिक है।
किसान भाई ऐसी फर्जी और अवैध संस्थाओं द्वारा किए जा रहे बीज विक्रय से सदैव सावधान रहें। उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद, विभागीय नर्सरी, चीनी मिल नर्सरी एवं वैद्य पंजीकृत विक्रेताओं से ही गन्ना बीज खरीदें। इसके अलावा किसान स्वयं अपने खेत पर स्वस्थ बीज उत्पादन कर बुआई करें।