पाली हाउस में यह कार्य करवाने के लिए भी दी जा रही है 50 प्रतिशत सब्सिडी

poly house repair subsidy

पाली हाउस मरम्मत के लिए 50 प्रतिशत की सब्सिडी

कृषि को बढ़ावा देने के लिए तथा किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार लगातार नये – नये तरीकों को बढ़ावा दे रही है इसकी के तहत राज्य तथा केंद्र सरकार मिलकर पाली हाउस के लिए किसानों को लगातर प्रेरित कर रही है | पालीहाउस में किसान सभी तरह की खेती हर मौसम में कर सकते है जिससे बाजार भाव अधिक मिलता है | पालीहाउस को भी समय – समय पर मरम्मत करने की जरुरत पड़ती है | पालीहाउस में लगा हुआ पालीथीन तीन वर्ष तक ही चलता है उसके बाद इसे बदलना पड़ता है यह सभी जानकरी हम आपको विडियो के माध्यम से भी दे चुके हैं | सरकार किसान को पालीहाउस लगाने के लिए 50 प्रतिशत की सब्सिडी देती है जिसके कारण किसान पालीहाउस लगाने में आर्थिक रूप से सक्षम होता है | पालीहाउस की मरम्मत करने के लिए किसान को किसी भी तरह का कोई सहायता नहीं मिलता है जिसके कारण देश भर में अनेकों पालीहाउस बन्द हो गए है | अगर किसान को मरम्मत करने के लिए सरकारी सहायता दिया जाय तो बन्द पड़ा हुआ पालीहाउस फिर से शुरू हो सकता है |

यह भी पढ़ें   सिंचाई एवं खाद प्रबंधन की इस नई तकनीक पर सरकार किसानों को देगी 75 प्रतिशत की सब्सिडी

इसी को ध्यान में रखते हुये बिहार सरकार ने पाली हाउस की मरम्मत करने के लिए लागत का 50 प्रतिशत का अनुदान देने का फैसला किया है | इस योजना की पूरी जानकारी किसान समाधान लेकर आया है |

योजना क्या है ?

बिहार बागवानी विकास सोसायटी द्वारा अधिस्थापित किसानों के वैसे पुराने पाली हॉउस, जो खराब हो गये हों, के जीर्णोद्धार की योजना संचालित कर रही है | इस योजना के तहत वर्ष 2013 – 14 तक लक्ष्य के विरुद्ध अधिस्थापित पाली हॉउस जिसका रकबा 5000 वर्गमीटर है उसी जिले को इस योजना में शामिल किया जायेगा |

योजना में किन जिलों को शामिल किया गया है ?

यह योजना उस जिले के लिए जिस जिले में 5,000 वर्गमीटर तक का रकबा है | इसके तहत पटना, वैशाली, नालन्दा, औरंगाबाद, नवादा, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, सिवान, समस्तीपुर, पश्चिमी चम्पारण, बक्सर, कटिहार, भोजपुर, सीतामढ़ी, रोहतास, जहानाबाद, कैमुर, गोपालगंज, गया एवं शेखपुरा जिलों को शामिल किया गया है |

योजना में कितनी सहायता दी जाएगी ?

पुराने पालीहाउस जिसका रकबा 1,000 वर्गमीटर होगा, उसके लिए अनुमानित लागत विवरणी के अनुरूप लागत पर 343 रूपये प्रति वर्गमीटर की दर से खर्च का आकलन किया गया है | लागत मूल्य का 50 प्रतिशत अनुदान देय होगा | पांच वर्ष से अधिक के पालीहाउस पर अधिकतम 4,000 वर्गमीटर अनुदान का लाभ दिया जायेगा | लागत मूल्य कम होने पर अनुदान पर वास्तविक रूप में देय होगा |

यह भी पढ़ें   यदि आपके यहाँ भी है पुराना पेड़ तो सरकार देगी आपको पेंशन, बस यहाँ करना होगा आवेदन

योजना का लाभ कैसे प्राप्त होगा ?

जिला के सहायक निदेशक, उधान द्वारा चयनित लाभुकों के पालीहाउस मरम्मतिकर्ता कम्पनियों को अनुदान राशि का भुगतान वित्त विभाग के निर्धारित प्रावधानों एवं विभागों निदेशों के आलोक में आर.टी.जी.एस. / निफ्ट के माध्यम से चयनित कम्पनी के आधार लिंक्ड बैंक खाता में स्थानान्तरित किया जायेगा | इस योजना के तहत अनुदान का भुगतान डी.बी.टी. के माध्यम से लाभुकों के पाली हाउस मरम्मतिकर्ता कम्पनी / लाभुकों को आधार लिंक्ड बैंक खाता में किया जायेगा |

पाली हाउस की पूरी जानकारी के लिए निचे दिए गए विडियो देखें 

2 टिप्पणी

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
यहाँ आपका नाम लिखें