हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के स्टालों का उद्घाटन रविवार को पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के मंत्री रेणु देवी ने किया। इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि हरिहर क्षेत्र, सोनपुर मेला पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा स्टालों का उद्घाटन करते हुए मुझे बहुत हर्ष हो रहा है। हरिहर क्षेत्र, सोनपुर मेला का इतिहास बहुत पुराना है और इसका उल्लेख महाभारत में भी मिलता है, भगवान विष्णु एवं भगवान शिव की मिलन स्थली सोनपुर एक पवित्र स्थल है। यह मेला एशिया प्रसिद्ध पशु मेला के नाम से जाना जाता है।
विभागीय स्टालों के माध्यम से पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी आमजनों तक उपलब्ध कराया जाना ही इसका मुख्य उद्देश्य है। पशुपालक गोष्ठी का आयोजन कर मेले में आये हुए पशुपालकों एवं आमजनों को पशुपालन के क्षेत्र में सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों से अवगत कराया जाता है तथा इसके अतिरिक्त विभिन्न विषयों से संबंधित जानकारी नुक्कड़ नाटक के माध्यम से आमजनों को दिया जाता है। मत्स्य प्रभाग बिहार मछली उत्पादन में आत्मनिर्भर हो चुका है तथा विभाग की विभिन्न योजनाओं का लाभ मत्स्य पालकों को उपलब्ध कराया जा रहा है।
पशुपालन के लिए दिया गया अनुदान
पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग मंत्री ने कहा कि राज्य में गव्य प्रभाग की योजनाओं का लाभ भी पशुपालकों को उपलब्ध कराया जा रहा है। सरकार की ओर से आत्मनिर्भर बिहार बनाने की दिशा में कार्य विभाग स्तर से किया जा रहा है तथा रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जा रहे हैं।
इस क्रम में मंत्री द्वारा देशी गोपालन प्रोत्साहन योजना के तहत श्याम सुंदर सुमन, ग्राम नारायणपुर, प्रखंड महनार, ज़िला वैशाली को दो दुधारी मवेशी पालन की योजना के तहत 1,20,250 रुपये की अनुदान राशि, रूबान देवी छतवारापुरा, प्रखंड महुआ, ज़िला वैशाली को 1,80,375 रुपये की अनुदान राशि, पुनीता कुमारी, ग्राम सलेहपर, प्रखंड सोनपुर जिला सारण को रुपये 1,20,650 रुपये की अनुदान राशि दी गई। इसके साथ ही समग्र गव्य विकास योजना में विकास कुमार सहनी, प्रखंड भगवानपुर, जिला वैशाली को 1,23,000 एवं परशुराम पासवान ग्राम जतकौल जिला वैशाली को 1,21,875 रुपये का चेक दिया गया।